घर में एक गाय की सेवा कल्याणकारी
गांव जंडवाला बिश्नोईयां की श्रीकृष्ण
गोशाला में चल रहे गो-कथा सप्ताह में शनिवार गोसेवा के महत्व पर प्रवचन
हुए। इसमें गांव के गोभक्तों सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने कथा सुनी।
कथावाचक महंत नित्यानंद ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गाय को महत्व हर जगह
प्रतीत होता है। इसके तहत हमारे प्रत्येक घर में एक गाय का पालन पूर्ण
सेवा भाव से होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर गांवों शहरों में
लोग गायों को दूध पीने के लिए बांध लेते हैं। जब वह दूध देना बंद कर देती
है तो उसे खुला छोड़ देते हैं। ऐसा करने से उक्त परिवार को गोसेवा का
फल नहीं मिलता है। इसलिए गाय को मां की तरह जीवन पर्यंत सेवा भाव से पालन
करना जरूरी है। प्रत्येक घर में एक गाय रखी जाए तो कोई गोवंश बेसहारा नहीं
रहेगी। उन्होंने बताया कि गायाें की सेवा करने से मोक्ष मिलता है। जो
पशुपालक पशुओं को मारने के लिए बेच देते हैं वे अभिशाप हैं। पशुओं की
देखभाल कर चारा डालना गोशाला में पहुंचाएं। मौके पर देवकुमार प्रमोद,
रामलाल बागड़ी, भूप सिंह सिगड़, सुलतान सिगड़, संत परिहार, शेखर, रमेश, प्रवीन
अन्य मौजूद थे।
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