Tuesday 14 April 2015

अाज से शुरू हो सकती हैं गेहूं की खरीद

 मंडी में पहले दिन नमीयुक्त होने से किसी भी एजेंसी ने गेहूं की खरीद नहीं की                                                                                                                                                                                                                 हलचल न्यूज। डबवाली

 
अनाजमंडी से मंगलवार को गेहूं की पहली आवक हुई। दिनभर धूप खिलने से खेतों में चली कंबाइनों से गेहूं निकालकर किसान मंडी में लेकर पहुंचे। दिनभर में कुल 1500 क्विंटल गेहूं की आवक दर्ज की गई लेकिन नमीयुक्त होने से किसी भी एजेंसी ने गेहूं की खरीद नहीं की।
मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसान दलीप सिंह शेरगढ़, जुगेंद्र सिंह, तरसेम सिंह, रमेश कुमार, सोहन लाल अन्य ने बताया कि बारिश के बाद दो दिन से धूप निकल रही है। इससे मंगलवार को खेतों में गेहूं की सूखी होने से कंबाइन मशीनें चलाकर गेहूं निकालना शुरू कर दिया है। किसानों ने बताया कि मार्च माह में बेमौसम में बारिश के चलते पहले ही फसल का नुकसान हो चुका है। इससे अब बारिश का डर लगातार बना हुआ है। किसानों ने कहा कि फसलों के नुकसान के अनुसार भाव मिल रहे हैं और ही मुआवजा मिल रहा है। इससे कुदरत का कोई भरोसा नहीं कब ओर बरस जाए इसलिए जो फसल बची है कही वह भी खराब हो जाए जिससे खेत से निकालने के बाद बेचने के लिए सीधे अनाज मंडी में बेचने पहुंचे हैं।
नमीके कारण नहीं हो सकी खरीद
मार्केटकमेटी के सचिव राजीव सोलंकी ने बताया कि मंडी में गेहूं की फसल पहुंचनी मंगलवार से ही शुरु हुई है। मंडी में निरीक्षण के दौरान गेहूं में ज्यादा नमी वाली पाई गई है।
अनाज मंडी में पहुंची गेहूं की क्वालिटी चेक करता दुकानदार ओमप्रकाश।
फसलें सुखाकर कटाई करें
कृषिअधिकारी सुखदेव सिंह ने कहा कि किसानों को फसले सुखाकर काटनी चाहिए ताकि फसलों के अच्छे भाव मिल सके। उन्होंने बताया कि किसान इस समय में एक-दूसरे को देखा-देखी गीली फसलें ही काटना शुरू कर देते है जिसका मंडी में भाव खरीददारी करने वाल कोई नहीं होता जिसके कारण किसानों को दो से तीन दिनों तक इंतजार करना पड़ता है या सस्ते में फसलों को बेचकर जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि ज्यादा समय मंडी में फसलें रहने के कारण ढेरिया लगाने में परेशानी होती है।

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