कर्मचारियों की लापरवाही के चलते जलघर पर जड़ा ताला.300 रुपये प्रति कैंटर डलवाना पड़ता है पानी
एंकर रीड :गांव रिसालियाखेड़ा के ग्रामीणों ने पेयजल की खामियों के चलते जलघर को ताला जड़ दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कई दिनों से गांव में पेयजल संकट बना हुआ है और जब कभी पेयजल की सप्लाई होती है तो दूषित पानी आता है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने इन कर्मचारियों को नहीं बदला तो वे जल्द ही आंदोलन करने को मजबूर होंगे। सुबह करीब नौ बजे रिसालियाखेड़ा गांव के ग्रामीण एकत्रित होकर विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जलघर पहुंचे और जलघर के कर्मचारियों की कार्यशैली से खफा होकर जलघर के गेट को ताला जड़ दिया।
ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए जलघर में तैनात कर्मचारी भालाराम, बृजलाल व कृष्ण कुमार वहां से मौका देखकर भाग निकले। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पेयजल आपूर्ति की लाइन टूटी हुई है। जिसके कारण गलियों में पानी व्यर्थ बहता रहता है और लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पाता है।
ग्रामीणों कहा कि जलघर में कार्यरत कर्मचारियों की लापरवाही के कारण पानी की समस्या बनी हुई है तथा सप्लाई किए जाने वाले पानी में किसी प्रकार का कोई दवाई या पाऊडर नहीं डाला जाता है। साथ ही फिल्टर किए बगैर ही पानी की सप्लाई की जाती है। जिसके कारण लोगों में भयंकर रोग फैलने का आशंका बनी हुई है। लोगों का यह भी कहना है कि घरों में पानी की सप्लाई सही तरीके से न होने के चलते 300 rs per 1 कैंटरों आदि से पानी डलवाया जा रहा है।
ग्रामीणों ने इस बारे में कई बार विभाग के अधिकारियों से शिकायत भी की है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। अंत में मजबूर होकर उन्होंने जलघर को ताला जड़ दिया। जलघर को तालाबंदी की सूचना मिलने के बाद जलापूर्ति विभाग के जेई हरभजन सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया की पानी समस्या का अतिशीघ्र समाधान कर दिया जाएगा। इस पर ग्रामीण मान गए और लगभग 6 घंटे बाद जलघर का ताला खोल दिया।
जलापूर्ति विभाग के एसडीओ संकेत शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मंगलवार तक गांव रिसालियाखेड़ा में पीने के पानी की सप्लाई का समाधान करवा दिया जाएगा।
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