गंदगी और कूड़े के ढेर पर बनता है आँगन बाडी का खाना ,चाहूं और है गंदगी का पसारा
GURVINDER PANNU
SATKARTV
खंड डबवाली के गांव मौजगढ़ढ में आँगन बाड़ी
एक तरफ जहाँ सरकार आंगन बाड़ी केन्द्रों के सञ्चालन में सरकारी धन को लूट रही सरकारी मशीनरी पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने हर आंगन बाड़ी केंद्र पर 11 रजिस्टर रखने और उन्हें अपडेट रखने का शासनादेश जारी किया है| यहाँ अशिक्षा की वजह से लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरुक नहीं। कुपोषण के शिकार नौनिहाल मौत के काल में समा जाते। जरा सी सावधानी बरतने से नौनिहालों को बचाया जा सकता है। बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकास तथा स्वास्थ्य व पोषण की स्थिति में सुधार लाना, कुपोषण से बचाना। शिशुओं की सुरक्षा में महिलाओं की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
मगर उन्हें आँगनबाड़ी गम्भीर रूप से कुपोषण की शिकार बच्चों के लिए लिए हर गांव में आँगनबाड़ी केन्द्र खुलवा चुकी है |आँगन बाड़ी केन्द्र में लगभग 70 बच्चे नामांकित हैं|आंगनबाड़ी केन्द्र-यहां आंगनबाडी केन्द्र बड़ी सफलता से चल रहा है पर भवन के बाहर की हालत बड़ी खराब है। यहां बच्चों के पोषण का ध्यान रखा जाता है तथा यहां बच्चों के लिए सरकार द्वारा र्निधारित चार्ट के अनुसार पौष्टिक भोजन दिया जाता है। इसमे एक आंगनबाड़ी बहनजी तथा एक सहायिका काम करती हैं। वहीं हारनी की बात यह है कि यहा आज तक किसी व अधिकारी ने सुध नहीं ली है कि आँगन बाड़ी के बाहर कैसी दुर्दशा है |
वायस ओवर :1 जब इस विषय में आँगनबाड़ी कार्यकर्ता से बात की गयी तो उन्होने ने बताया कि वो कई बार सरपंच, वीं डी पी ओ ,एस डी एम के पास लिखित रूप में शिकायत दर्ज करवा चुके है |लेकिन अभी तक कोइ भी सुनवायी नहीं हुई मजबुरी बस उनकों कूड़े के ढेर पर ही खाना बनाना पड़ता है |
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