मेवात में कार्यरत अध्यापको के तबादले को लेकर डबवाली उपमंडल की
महिलाओ ने संभाला मोर्चा, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, रामबिलास को लिखा पत्र
मंडी डबवाली में उपमंडल की सभी
महिलाओ ने इकठी होकर मेवात में वार्ड नंबर 19 निवासी महिला ने सीएम को
पत्र लिखकर मेवात में नियुक्त अध्यापकों की दूसरे अध्यापकों की तरह
ट्रांस्फर किए जाने की मांग को लेकर अपना मोर्चा खोल दिया है और उन्होंने
कहा की वे तब तक साँस नहीं लेगी जब तक सिरसा जिले से 77 से भी जयादा
अध्यापक जोकि मेवात में कार्यरत है उनका तबादला नहीं हो जाता , सभी महिला
के पति मेवात के पुन्हाना में 10 वर्ष से नियुक्त हैं लेकिन मांग करने पर
भी उनकी ट्रांस्फर नहीं हो रही है जबकि परिवार में उनके बुजुर्ग माता पिता व
छोटे बच्चे परेशानी झेल रहे हैं।
डबवाली उपमंडल के सभी गाँवो से करीब 15 से भी जयादा अध्यापक मेवात जिला में कार्यरत है
सभी
महिलो ने बताया कि सीएम मनोहर लाल खटटर को लिखे पत्र में बताया कि उनके
पति वर्ष 2004 में अध्यापक भर्ती हुए थे। जिसमें सिरसा, फतेहाबाद व हिसार
जिलों के ऑपशन भरे गए थे लेकिन उन्हें नियुक्ति गुडगांव में दी गई। इसके
बाद वर्ष 2005 में नया जिला बने मेवात में नियुक्त कर दिया गया। इसके बाद
प्रति वर्ष दूसरे अध्यापकों का तो ट्रांस्फर हो रहा है लेकिन मेवात में
नियुक्त अध्यापकों को घर से दूर ही रखा जा रहा है और कोई ट्रांस्फर नहीं
हुआ है। इससे अध्यापकों के परिजन परेशान है वहीं बच्चे भी दुविधा में हैं।
वहीं अध्यापक भी घर से 410 किलोमीटर दूर होने से असमंजस में रहते हैं।
इसलिए मुख्यमंत्री को उनकी वास्तविक परेशानी पर ध्यान देना चाहिए।
वहीँ
गौरतलब है कि कांग्रेस राज में रामबिलास शर्मा ने भी वायदा किया था की जब
भी उनकी सरकार आएगी सबसे पहले मेवात में रह रहे अध्यापको का तबादला किए
जाएगा और उनकी मांग को प्राथमिकता दी जाएगी लेकिन महिलाओ ने आरोप लगाया की
जैसे ही हरियाणा में बीजेपी की सरकार आई तो अब तक उनकी मांग की और कोई भी
ध्यान नहीं दिया गया है, वहीँ हुड्डा सरकार के कार्यकाल में भी सभी
अध्यापको ने कई बार चक्कर कटे थे लेकिन हुड्डा सरकार ने तबादला करने से साफ़
इनकार कर दिया था
वहीँ अब महिलाओं ने केन्द्रीय मंत्री व् राम
बिलास शर्मा को लिखे पत्र में कहा कि भाजपा सरकार बनने से उन्हें उम्मीद
है। वहीं मौजूदा शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने भी मेवात में नियुक्त दूर
दराज के 1100 अध्यापकों के साथ वर्ष 2012 में नुंह से पंचकुला तक की गई
पैदल यात्रा में शिरकत की थी। तब रामबिलास शर्मा ने शाहबाद मारकंडा के पास 2
किलोमीटर तक पैदल यात्रा करते हुए अध्यापकों की समस्या को जयज बताते हुए
वादा किया था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी तो पहली कलम इन अध्यापकों
को अपने जिला में भेजा जाएगी। महिला सुखविंद्र कौर ने गुहार की कि 10 वर्ष
से परेशानी झेल रहे उनके पति गगनदीप सहित सभी अध्यापकों को ट्रांस्फर कर
सीएम अध्यापकों व उनके परिवारजनों को राहत प्रदान करें।
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