Thursday 26 February 2015

राजपुरा माजरा के राजकीय स्कूल में 1 मार्च से  वार्षिक सांस्कृतिक एवं पा
रितोषिक वितरण समारोह
मंडी डबवाली-----
सरकारी स्कूलों में ऐसा शायद ही देखने को मिले की ठीक निजी स्कूलों की तरह उनका वार्षिक सांस्कृतिक एवं पारितोषिक वितरण समारोह  मनाया जाए लेकिन एसा सचमुच होने जा रहा है जोकि गाँव राजपुरा माजरा के राजकीय स्कूल में स्कूल स्टाफ व् मुख्याध्यापक सुभाष पटीर के अथक प्रयासों के बाद संभव हो पाया है इस में पूरे गाँव को स्टाफ द्वारा स्वय घर घर कार्ड देकर निमन्त्रण दिया गया है ,  मुख्य  अतिथि के रूप में राजपुरा माजरा के ही रिटायर्ड हेडमास्टर, प्रिंसिपल और अध्यापकों को बुलाया जायगा  ताकि वे शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने में योगदान दे सकें सांस्कृतिक कार्यकर्मों के साथ साथ smc को सम्मानित करना बच्चों को उनकी उप्लब्धियों पर इनाम दिया जाएगा सभी के चाय नाश्ते का प्रबंध किया जाएगा सारा खर्चा केवल स्टाफ ही दे रहें हैं रविवार 10 बजे से प्रोग्राम शुरू होगा
वहीँ  गौरतलब है की इस वार्षिक  सांस्कृतिक एवं पारितोषिक वितरण समारोह में सरकारी स्कुलो के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि पुरे गाँव के लोगो को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है इसलिए उन्हें घर घर जाकर स्कूल स्टाफ ने आने का बुलावा दिया है
जानकारी देते हुए स्कूल प्रबंधक सुभाष पटीर ने बताया कि इसी दिन PTA की बैठक भी होगी. मुख्य मकसद प्राइवेट स्कूल में मिलने वाली सारी सुविधाए अगर सरकारी स्कूल के बच्चों को देने की कोशिश कर रहें हैं ताकि बच्चे सरकारी स्कूल की तरफ आकर्षित हों. स्कूल में मिलने वाली सुविधाओं के बैनर गाँव में लगाएं जा रहें हैं रविवार को प्रोगाम इस लिए भी रखा है ताकि प्राइवेट स्कूल में जाने वाले बच्चे भी आ सकें और बच्चों की पढाई पर भी असर न पडे .
मेवात में कार्यरत अध्यापको के तबादले को लेकर डबवाली उपमंडल की महिलाओ ने संभाला मोर्चा, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, रामबिलास को लिखा पत्र   
मंडी डबवाली ----
मंडी डबवाली में  उपमंडल की सभी महिलाओ ने इकठी होकर मेवात में  वार्ड नंबर 19 निवासी महिला ने सीएम को पत्र लिखकर मेवात में नियुक्त अध्यापकों की दूसरे अध्यापकों की तरह ट्रांस्फर किए जाने की मांग को लेकर अपना मोर्चा खोल दिया है और उन्होंने कहा की वे तब तक साँस नहीं लेगी जब तक सिरसा जिले से 77 से भी जयादा अध्यापक जोकि मेवात में कार्यरत है उनका तबादला नहीं हो जाता , सभी  महिला के पति मेवात के पुन्हाना में 10 वर्ष से नियुक्त हैं लेकिन मांग करने पर भी उनकी ट्रांस्फर नहीं हो रही है जबकि परिवार में उनके बुजुर्ग माता पिता व छोटे बच्चे परेशानी झेल रहे हैं। 
डबवाली उपमंडल के सभी गाँवो से करीब 15 से भी जयादा अध्यापक मेवात जिला में कार्यरत है 
 सभी महिलो ने बताया कि सीएम मनोहर लाल खटटर को लिखे पत्र में बताया कि उनके  पति  वर्ष 2004 में अध्यापक भर्ती हुए थे। जिसमें सिरसा, फतेहाबाद व हिसार जिलों के ऑपशन भरे गए थे लेकिन उन्हें नियुक्ति गुडगांव में दी गई। इसके बाद वर्ष 2005 में नया जिला बने मेवात में नियुक्त कर दिया गया। इसके बाद प्रति वर्ष दूसरे अध्यापकों का तो ट्रांस्फर हो रहा है लेकिन मेवात में नियुक्त अध्यापकों को घर से दूर ही रखा जा रहा है और कोई ट्रांस्फर नहीं हुआ है। इससे अध्यापकों के परिजन परेशान है वहीं बच्चे भी दुविधा में हैं। वहीं अध्यापक भी घर से 410 किलोमीटर दूर होने से असमंजस में रहते हैं। इसलिए मुख्यमंत्री को उनकी वास्तविक परेशानी पर ध्यान देना चाहिए।
वहीँ गौरतलब है कि कांग्रेस राज में रामबिलास शर्मा ने भी वायदा किया  था की जब भी उनकी सरकार आएगी सबसे पहले मेवात में रह रहे अध्यापको का तबादला किए जाएगा और उनकी मांग को प्राथमिकता दी जाएगी लेकिन महिलाओ ने आरोप लगाया की जैसे ही हरियाणा में बीजेपी की सरकार आई तो अब तक उनकी मांग की और कोई भी ध्यान नहीं दिया गया है, वहीँ हुड्डा सरकार के कार्यकाल में भी सभी अध्यापको ने कई बार चक्कर कटे थे लेकिन हुड्डा सरकार ने तबादला करने से साफ़ इनकार कर दिया था 
वहीँ अब महिलाओं ने केन्द्रीय मंत्री व् राम बिलास शर्मा को लिखे पत्र में कहा कि भाजपा सरकार बनने से उन्हें उम्मीद है। वहीं मौजूदा शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने भी मेवात में नियुक्त दूर दराज के 1100 अध्यापकों के साथ वर्ष 2012 में नुंह से पंचकुला तक की गई पैदल यात्रा में शिरकत की थी। तब रामबिलास शर्मा ने शाहबाद मारकंडा के पास 2 किलोमीटर तक पैदल यात्रा करते हुए अध्यापकों की समस्या को जयज बताते हुए वादा किया था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी तो पहली कलम इन अध्यापकों को अपने जिला में भेजा जाएगी। महिला सुखविंद्र कौर ने गुहार की कि 10 वर्ष से परेशानी झेल रहे उनके पति गगनदीप सहित सभी अध्यापकों को ट्रांस्फर कर सीएम अध्यापकों व उनके परिवारजनों को राहत प्रदान करें।
श्रीकृष्ण जन्म की झांकी में झूमे श्रद्घालु
मंडी डबवाली ---
'माता-पिता और गुरू की सेवा करने वाला ही स्वर्ग का अधिकारी है, मगर माता-पिता को कष्टï देने तथा गुरू के आदेशों की अवहेलना करने वाला बुद्घिमान होने पर भी ब्रह्मïराक्षस के समान होता है।Ó उक्त विचार गांव अहमदपुर दारेवाला की श्रीराधा-कृष्ण गौशाला में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह में बुधवार को कथावाचक मनोजा नंद शास्त्री ने व्यक्त किए। कथा के पांचवें दिन कथावाचन करते हुए उन्होंने कहा कि भागवत गीता की शिक्षाएं मानवमात्र के लिए महत्वपूर्ण है, इसके श्रवण पठन से सब दुखों का नाश होकर मोक्ष मिलता है और वह प्राणी बैकुण्ठ धाम को प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि भागवत गीता भगवान कृष्ण के मुखारबिन्द से निकली अमृतधारा है, जिसका लाभ इस कलयुग में भाग्यशाली को ही मिल सकता है, जो प्राणी इसका नित्य पाठ करता है उसे जन्म-मरण के बन्धनों से मुक्ति मिलती है। कथा के दौरान श्रीकृष्ण जन्म की भव्य झांकी निकाली गई। इसमें श्रीकृष्ण जन्म के बारे में श्रद्धालुओं को बताया गया। कथावाचक ने कहा कि श्रीकृष्ण का जन्म संसार से बुराइयों का नाश करने के लिए हुआ था। इस मौके पर मनीराम सहारण, विपन मुंदलिया, सुभाष कड़वासरा, राकेश घोयल, जगदीप सिंह, बिल्लू सुथार, अमनदीप रिवाडिय़ा व सुरेश कुमार सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद थे।






पीछे छूट जाएंगी जीवन की सब रंगीनियां-- गरिमा ने खूब पढ़ाई लिखाई की मगर 24 वर्ष की उम्र में ही चुना वैराग्य का मार्ग
डबवाली।
जिस उम्र में लड़कियां भविष्य के सुनहरे सपने संजोती है, अपने होने वाले जीवन साथी व घर परिवार को लेकर चिंतित होती है। उस उम्र में शहर निवासी गरिमा जैन ने अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के बावजूद भी जीवन के सभी रंगीनियों को छोड़कर अपने लिए वैराग्य का मार्ग चुना है। यह एक ऐसा मार्ग है जिसे अपनाने के बाद श्रृंगार, गहने, सुंदर कपडे, खान-पान व जीवन के सब रिश्ते नाते भी पीछे छूट जाएंगे। गरिमा जैन की उम्र मात्र 24 वर्ष है।  मूलत: गांव सावंतखेड़ा के निवासी हैं। 
डबवाली के इतिहास में पहली बार हो रहा है की कोई 24 वर्षीय लड़की वैराग्य का मार्ग चुन रही है वहीँ गरिमा जैन ने यह फैसला खुद लिया और वह खुद पोस्ट ग्रेजुएट करने के बाद भी जिन्दगी भर वैराग्य का मार्ग चुनने जा रही है 
वर्ष 1980 तक डबवाली में रहे व फिर संगरिया में कारोबार जमा लिया। बड़ी बहन चारू की शादी हो चुकी है व छोटा भाई हिमांशु बीसीए कर रहा है। गरिमा ने अंग्रेजी में एमए व एमबीए की पढ़ाई की है। इसके बावजूद मन में जीवन के प्रति वैराग्य आ गया है इसलिए जैन धर्म की दीक्षा लेकर साध्वी का चोला पहनने का फैंसला लेकर कठिन तपस्या भरा जीवन जीने का निर्णय लिया है। गरिमा जैन ने बताया कि उन्होंने बचपन में ही ठान लिया था कि वह शादी नहीं करेंगी और मदर टेरेसा के जीवन का अनुसरण करते हुए ताउम्र समाजसेवा करेंगी। वर्षों से परिवार जैन धर्म से जुड़ा हुआ है व इस दौरान जब जैन साध्वियों के सपंर्क में आई तो उनसे प्रभावित हुई।
 जब एकांत में बैठकर ध्यान करती तो समय का पता ही नहीं चलता। ऐसा लगता कि जैसे भगवान से बातें कर ली हैं। जब उन्होंने परिजनों को बताया कि वह जीवन के सभी सुखों को छोड़कर जैन साध्वी बनना चाहती हैं तो वे पहले तो कुछ नहीं बोले। बाद में वे उसे घुमाने के लिए मुंबई ले गए। दुनिया के कई रंग दिखाकर उसे मनाने की कोशिश की ताकि उसके मन से वैराग्य की भावना निकल जाए। गरिमा ने बताया कि परिजनों की खुशी के लिए वह खूब घूमी लेकिन ऐशो आराम व भौतिक सुख सुविधाएं देने वाले दुनियावी खिलौने उसके निर्णय को नहीं बदल पाए। इसके बाद परिजनों ने भी उसे वैरागी बनने की आज्ञा दे दी है।
 गरिमा जैन ने सभी के लिए संदेश देते हुए कहा कि यदि लोग नवंकार मंत्र के एक शब्द को भी अपने जीवन में उतार लें तो उनका जीवन बिना शास्त्रों को पढ़े ही सफल हो जाएगा। 

Friday 20 February 2015

गाँव अहमदपुर दरेवाला में डे नाइट शूटिंग बॉल प्रतियोगिता शुरू

गांव अहमदपुर दारेवाला में पंचायत घर स्थित वॉलीबाल मैदान में शुक्रवार को डे नाइट वॉलीबाल प्रतियोगिता की शुरूआत हुई। इसमें दो दर्जन टीमों ने हिस्सा लिया।
 खेल प्रबंधक  गुरप्रीत गिल व सोहनलाल कडवासरा ने बताया कि प्रतियोगिता  में रात में होने वाले मैचो में आने वाली टीमो के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गयी है और रात के मैचो में सम्मापन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया जाएगा, उन्होंने बताया की प्रतियोगिता में विजेता टीम को 15 हजार रुपये और उपविजेता को 9100 रूपये का नकद पुरस्कार तथा ट्राफी देकर सम्मानित किया जाएगा। 
      प्रतियोगिता का शुभारंभ समूह ग्राम पंचायत व् सरपंच बलविन्द्र सिंह गिल ने करते हुए खिलाडियों से परिचय किया। उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए पंचायती स्तर पर प्रयास होना बेहद जरूरी है। इसके लिए जिला परिषद की ओर से युवाओ  को समय समय पर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इस उपरांत प्रतियोगिता का शुरुआती मैच मेजबान दारेवाला व गाँव गोदिका की भिडासरा कल्ब की टीमों के बीच हुआ। जिसमें गोदिका ने 15 -15 अंको को दो सैटो के मुकाबले में 15-14 अंकों से दरेवाला पर जीत दर्ज की। इसके बाद गाँव की दो अलग अलग बीच कांटेदार मैच हुआ जिसमें दिनभर चले मुकाबलों के बाद मैदान में रात्रि को भी मैच करवाए जायेगे । इस मौके पर सरपंच बलविन्द्र सिंह गिल, सूरजभान पिलानियां, पूर्व सरपंच गोबिंद कालड़ा, गुरप्रीत गिल, सोहन कडवासरा, हरनाम सिंह पन्नू, संदीप कुमार, पंच मनोज, दौलत राम, सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।

Thursday 19 February 2015

Saturday 14 February 2015

डबवाली में 3200 बच्चों ने एक साथ फ्री स्कोलरशिप टेस्ट देकर बनाया  रिकॉर्ड, एचपीएस स्कूल ने बी कल्पना-बी चाणक्य  टेस्ट आयोजित कर किया नया कीर्तिमान स्थापित  
बच्चों सहित अभिभावक हुए खुश, उमड़ा जनसैलाब 

मंडी डबवाली ------------
सिरसा के इतिहास ऐसा पहली बार हुआ की किसी स्कूल ने फ्री स्कोलरशिप टेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जिसमे डबवाली के शिक्षा के आयाम में एक न्य कीर्तिमान स्थापित हो गया इस टेस्ट में एक साथ 3200 बच्चों ने हिस्सा लिया और 51000 हजार रुपये की इस प्रतियोगिता को जितने के लिए ओ एम् आर शीट पर परीक्षा दी
जी हा ऐसा कर दिखाया है डबवाली के चौटाला रोड पर गांव शेरगढ़ स्थित एचपीएस स्कूल ने ज्सिमे  बी कल्पना-बी चाणक्य स्कॉलरशिप टैस्ट का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा तीसरी से 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। वहीँ हजारो की संख्या में बच्चों के अभिभावक पहुंचे और खासा उत्साह देखा गया
स्कूल संचालक व प्रिंसिपल आचार्य रमेश सचदेवा ने बताया कि बच्चों में खुद की काबिलियत साबित करने के लिए मंच प्रदान करते हुए डॉ. प्रेमचंद सचदेवा मैमोरियल आदर्श शिक्षा समिति की ओर से स्कॉलरशिप टैस्ट शनिवार को रखा गया। इसके लिए विद्यार्थी को स्कूल व किलिंयावाली रोड स्थित एचपीएस स्टडी सैंटर से निशुल्क आवेदन फार्म भी उपलब्ध कराए गए। साथ ही ऑनलाइन क्रेकएचपीएस डॉट इन पर लॉगइन कर बोर्ड के विद्यार्थियों ने आवेदन कर परीक्षा के लिए अपना रोल नंबर डाउनलोड किया।
उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में 3 से 11वीं तक प्रत्येक कक्षा में पहला स्थान पाने वाली एक लड़की को कल्पना व एक लड़के को चाणक्य चुना जाएगा। इसके अलावा दूसरे व तीसरे स्थान सहित 10वें नंबर तक रहने वाले विद्यार्थियों को मेडल, प्रमाण पत्र व नकद राशी देकर सम्मानित किया जाएगा। इसमें कुल 90 बच्चों को  51 हजार रुपये के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को परीक्षा में हिंदी व अंग्रेजी दोनों माध्यम के प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए गए।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि डबवाली के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि हरियाणा, राजस्थान व पंजाब के करीब 3200 विद्यार्थियों ने एक साथ बैठकर इस तरह की परीक्षा दी है। वहीं परीक्षा देने के बाद विद्यार्थी भी काफी उत्साहित नजर आए।
वहीँ सभी बच्चों के परिणाम 18 फरवरी को घोषित कर 90 बच्चों को अवार्ड और नकद इनाम के साथ सम्मानित किया जाएगा

Thursday 12 February 2015

 डबवाली में एमएसजी द मैसेंजर का पहला शो रद्द, शहर के 10 नाकों पर 200 पुलिसकर्मी तैनात

मंडी डबवाली -----

डबवाली के मलोट रोड स्तिथ दर्पण सिनेमा में आज एमएसजी द मैसेंजर फिल्म का पहला शो रद्द हो गया और उसकी जगह पर सिनेमा में उसकी जगह पर कोई और फिलम को शुरू किया है
गौरतलब है कि फिलम के रिलीज होने की स्थिति में जिला प्रशासन अलर्ट घोषित किया गया था और प्र्रशासन व पुलिस ने मिलकर शांतिपूर्ण व्यवस्था के लिए कड़े कदम थे जिसके अंतर्गत डबवाली में करीब 200 पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया गया है
वहीँ  सुचना थी कि सिख धर्म के प्रचारक संत दादूवाल के विरोध करेगे जिसके बाद प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। लेकिन सुबह होते ही डबवाली में सैंकड़ो डेरा सच्चा सौदा श्रद्धालु एमएसजी के रिलीज होने को लेकर जश्र में थे लेकिन रद्द होने की सुचना के बाद माहोल तनाव पूर्ण हो गया
वहीँ सिनेमा मनेजर का कहना है की उसके पास चलाने के अनुमति नहीं बस इसकी जगह पर दूसरी फिलम शुरू कर दी गयी है
लेकिन फिलहाल स्पष्ट रूप से कारणों का पता नहीं चल पाया है और स्तिथि तनावपूर्ण बनी हुई है

सिरसा के इतिहास में सबसे बड़ा रिकॉर्ड दर्ज,  एक साथ 3000 से भी ज्यादा विद्यार्थी देंगे स्कालरशिप टेस्ट,    डबवाली के इतिहास का भी सबसे बड़ा रिकार्ड, गांव शेरगढ़ स्थित एचपीएस स्कूल में कल  होगा बी कल्पना-बी चाणक्य स्कॉलरशिप टैस्ट 

51 हजार रुपये के नकद पुरस्कार
मंडी डबवाली ---------
सिरसा के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा की किसी स्कूल में एक साथ 3000 से भी ज्यादा विद्यार्थी स्कालरशिप टेस्ट दे जी हा ऐसा हो चूका है जोकि आज तक डबवाली के इतिहास में सबसे बड़ा रिकार्ड दर्ज हुआ है  चौटाला रोड पर गांव शेरगढ़ स्थित एचपीएस स्कूल में कल बी कल्पना-बी चाणक्य स्कॉलरशिप टैस्ट होगा। इसमें तीसरी से 11वीं कक्षा के विद्यार्थी हिस्सा ले सकेंगे।सभी स्तर की तैयारिया पूरी कर ली गयी है 
   स्कूल संचालक व प्रिंसिपल आचार्य रमेश सचदेवा ने बताया कि बच्चों में खुद की काबिलियत साबित करने के लिए मंच प्रदान करते हुए डॉ. प्रेमचंद सचदेवा मैमोरियल आदर्श शिक्षा समिति की ओर से स्कॉलरशिप टैस्ट शनिवार दिन रखा गया है। जिक्र योग है कि इसके लिए विद्यार्थी को स्कूल व किलिंयावाली रोड स्थित एचपीएस स्टडी सैंटर से निशुल्क आवेदन फार्म भी उपलब्ध करवाए गए थे ।  उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में 3 से 11वीं तक प्रत्येक कक्षा में पहला स्थान पाने वाली एक लड़की को कल्पना व एक लड़के को चाणक्य चुना जाएगा। इसके अलावा दूसरे व तीसरे स्थान सहित 10वें नंबर तक रहने वाले विद्यार्थियों को मेडल, प्रमाण पत्र व नकद राशी देकर सम्मानित किया जाएगा। इसमें कुल 90 बच्चों को  51 हजार रुपये के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। फ़िलहाल कल  शेरगढ़ स्थित स्कूल प्रांगण में सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक परीक्षा  होगी। जिसमें ओएमआर शीट पर ब्लैक पैन या पेसिंल से पश्नों का उत्तर देना होगा। इसके लिए हिंदी व अंग्रेजी दोनों माध्यम के प्रश्नपत्र विद्यार्थियों को उपलब्ध कराए जाएंगे।

Tuesday 10 February 2015

 नकल न्मुलन अभियान,रैली निकाल कर नकल के दुष्परिणाम के बारे में बताया

 मंडी डबवाली -----

गाँव मांगेआना के राजकीय स्कूल में मंगलवार को नकल न्मुलन अभियान चलाया गया जिसमे 10वीं व 12वीं क्लास के विद्यार्थीयों ने गाँव में रैली निकाल कर नकल के दुष्परिणाम के बारे में बताया गया। वहीँ सभी बच्चों ने स्कूल प्रागंण में आकार शपथ ग्रहण करते हुए नक़ल नहीं करने का प्रण लिया और लग्न से मेहनत कर बेहतर परीक्षा परिणाम देने की बात कही|
 प्रिंसिपल सुरेंद्र निर्दोष ने कहा कि नकल एक अभिशाप है आज के विधार्थी का नकल सहारा लेकर अगली कक्षा में तो पहुच जाते है परन्तु उनका वास्तविक ज्ञान न मात्र रहता है और ऐसे में विद्यार्थियों का कोई भविष्य नहीं होता व आगे चलकर बेरोजगार हो जाते है। उन्होंने कहा कि आज का युग प्रतियोगिता का युग है जिसमें वहीं बच्चा आगे बढ सकता है जो मन लगाकर व ईमानदारी से पढाई करके परीक्षा देते है। उन्होंने कहा कि कक्षा की संख्या बढ़ाने से अच्छा है की अपना व्यवहारिक ज्ञान बढ़ाये और साथ ही उन्होंने स्कूल स्टाफ से आग्रह करते हुए कहा कि वे भी समय समय पर बच्चों को नक़ल न करने के लिए प्रेरित करे और लग्न से पढाई करने का जज्बा दे मौके पर गुरजीत कौर, अनुपमा, सुनिता, पिंकी, पूनम, गुरदीप कौर,  कुलविंद्र कौर, पीटीआई अनिल कुमार, राकेश कुमार, विनोद कुमार, डीपी कुलदीप कुमार, सुरेश कुमार, प्रवीन कुमार  अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद थे
 एचपीएस सीनियर सैकण्डरी स्कूल शेरगढ में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की ओर
से प्रदेश की पहली पेरेंटिंग व कैरियर गाइडलाइन वर्कशॉप
 मंडी डबवाली ----
एचपीएस सीनियर सैकण्डरी स्कूल शेरगढ में रविवार को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की ओर से प्रदेश की पहली पेरेंटिंग व कैरियर गाइडलाइन वर्कशॉप हुई। इसमें दिल्ली में सैंटर फॉर कैरियर डवलपमेंट के निदेशक व कैरियर काउंसलर जितिन चावला व ओयूपी के एक्सपर्ट गौरव झा ने गाइडलाइन दी।
    कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए संचालक आचार्य रमेश सचदेवा ने कहा कि वर्तमान में कोई भी माता-पिता अपने बच्चे को अपने जैसा नहीं बनाना चाहता जिसका मुख्य कारण है असंतोष। उन्होंने कहा कि बच्चों के जीवन का आधार पढाई के दौरान यानी स्कूल का समय होता है। इसलिए इस दौरान अध्यापकों व स्कूल के साथ अभिभावकों की भूमिका बच्चे का कैरियर तय करती है। इसके लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की देश में सबसे पुरातन प्रैस की ओर से स्कूल में कार्यशाला हुई है। इस दौरान एक्सपर्ट जितिन चावला ने अभिभवकों व विद्यार्थियों के अनुभव जानकार और सवालों के आधार पर कार्यशाला के तहत जानकारी व प्रशिक्षण दिया। एक्पर्ट नितिन चावला ने कहा कि बच्चों की रूचि किसी न किसी क्षेत्र में अवश्य होती है। जिसको पहले अभिभावक और फिर अध्यापक पहचान कर उनके कैरियर को तय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूल और बच्चें अभिभावक से बच्चे परिणाम की ज्यादा उ मीद करते हैं। हालांकि वो एक स्तर तक सही है लेकिन इसके बीच में कहीं महत्वपूर्ण कड़ी है तो वह अभिभावकों की भूमिका है। इसके लिए अभिभावकों को बच्चे की रूचि को बढ़ावा देने, उससे उ मीद के अनुसार घर और समाज में वातावरण देने व उन्हें सिखाए जाने वाले अधिकतर चीजों को खुद अनुसरण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि घर परिवार और स्कूल कॉलेजों में अब अधिकार ढर्रे पर चला जाता है लेकिन जीवन और दुनिया में समय के अनुसार वाइड चेंजिज आए हैं। उन्हें स्वीकार कर आगे बढ़ा जाए तो बेहतर परिणाम मिल सकते हैँ। उन्होंने कहा कि बच्चे को समय समय पर मॉटिवेट करना, कम डांट फटकार व क यूनिकेशन में सही और गलत की जानकारी देने के साथ उनका टाइम टेबल सैट करना चाहिए। साथ ही बच्चे को गैर जरुरी सुविधाएं उपलब्ध कराने की बजाय उसके कैरियर को ध्यान में रखकर संसाधन उपलब्ध कराए जाने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि किस प्रकार जीवन में इंजीनियरिंग की पढाई ही अच्छी नहीं अपितु कामर्स व आर्टस में अनेकों ऐसे क्षेत्र हैं जिसमें विद्यार्थी उच्चतम पद को पा सकता है। उन्होंने बताया की प्रशासनिक सेवाओं के लिए आटर्स ही सर्वोत्तम है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कुल 78250 विधांए व कार्यक्षेत्र हैं जिनमें से किसी एक में भी माहरत हासिल कर नाम कमाया जा सकता है।
    विद्यार्थियों को पढाई को रूचिकर बनाने, एकाग्रता बनाने तथा निपुणता व सफलता हासिल करने के लिए उन्होंने अनेकों विधांए सुझाई व सिखाई। उन्होंने बताया कि किस प्रकार मोबाईल से दूर रहना, टेबल चेयर पर पढना, पढते-पढ़ते मेडिटेश्न करके खुद को तरोताजा किया जाता है।
    उन्होंने कहा कि विद्यार्थी को उसी विषय पर पढाई करनी चाहिए जिसमें उसकी रूचि हो क्योंकि सचिन यानी क्रिकेट खेलने वाले डाक्टर नहीं बन सकते वे किक्रेटर ही बेहतर हो सकते थे इसलिए आज हैं। इसी प्रकार पेंटिग करने वाला आर्मी नहीं जा सकता इसलिए विद्यार्थीयों व अभिभावकों को लक्ष्य को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने बताया प्रत्येक बालक मेें कुछ न कुछ कर दिखाने का साहस होता है परंतु कमी होती है उसको आगे लाने में। जहां अभिभावक, अध्यापक व स्कूल की जरूरत होती है। ज्यादातर बच्चे इसके अभाव में अपनी जिंदगी में इन्हे आगे नहीं ला पाते ओर कैरियर में पीछे रह जाते है। इस दौरान ट्रेनर ने बच्चों व अभिभावकों का उत्साहवर्दधन करते हुए प्रतियोगिताएं कराई। जिसमें पहली बुझाकर आइक्यू परखा वहीं के माध्यम से सवाल जबाब पुछे और बच्चों व अभिभावकों ने सवालों का जबाब देकर अपने अपने कैरियर की जानकारी ली। अंत में सभी स्टाफ सदस्यों की विशेष कार्यशाला हुई जिससे उनके बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं कराकर बच्चों से अध्यापकों की उ मीदें और बच्चों की रूचि पहचानने का प्रशिक्षण दिया गया। जितिन चावला ने कहा कि अध्यापक भी रोजाना के एक ही तरीके को बदलकर कुछ नए अंदाज में कक्षाओं की शुरुआत वच पढ़ाई कराऐं। इससे ओर ज्यादा सुधार मिलेगा। आक्सफाडर्ड की ओर से सबसे अधिक उत्तर देने वाले व भागीदारी करने वाले विद्यार्थियों व अभिभावकों को पुरस्कृत भी किया गया। इस मौके पर कमल कुमार, राम निवस सुधार, राम कुमार शर्मा, यादविन्द्र भाटी, सोनू बजाज, गिरधारी लाल गुप्ता, कुलविन्द्र सिंह व कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए।

Monday 9 February 2015

  केजरीवाल की 'झाड़ू' ने कर दिया कमाल; आम आदमी पार्टी ऐतिहासिक जीत की ओर, बीजेपी की करारी शिकस्‍त, कांग्रेस का सूपड़ा साफ 

दिल्ली विधानसभा 2015 के चुनावों में आम आदमी पार्टी की जबर्दस्त जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरविंद केजरीवाल को फोन कर जीत की बधाई दी और चाय पर न्यौता दिया। मोदी ने केजरीवाल को कहा, आइए आपको चाय पिलाएंगे। इस पर केजरीवाल ने कहा, मैं आप से जल्द मिलने आउंगा।
 शगुन में देने जा रहे थे बाइक ट्रक ने मारी टक्कर,विवाद हाईवे पर ट्रैफिक जाम
डबवाली
चौटाला रोड हाईवे पर कॉलोनी रोड चौराहे के पास बेटी की शादी में बतौर शगुन देने जा रहे नई बाइक को पीछे से ट्रक ने साइड मार दी। जिससे बाइक सड़क पर गिर गई। इस पर बाइक चालक ट्रक चालक से भिड़ गया। दोनों चालकों के गाली गलौच के कारण हाईवे पर करीब 15 मिनट जाम लगा रहा।
बाइक चालक पंजाब निवासी भूरासिंह ने बताया की वे बेटी की शादी में शगुन में देने के लिए रामा मंडी से बाइक लेकर वडिंगखेडा़ जा रहे थे। इसी दौरान चौटाला रोड हाईवे पर कॉलोनी रोड चाैराहे के पास पीछे से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। जिससे उसकी बाइक अनियंत्रित होकर सड़क पर गिर गई। दुर्घटना बाइक चालक तथा उसके पीछे सवार युवक बाल बाल बच गए लेकिन बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। इससे चालक व सवार ने ट्रक चालक को नसीहत देना शुरू कर दी। जिससे दोनों में एक दूसरे की गलती होने को लेकर बहस हो गई।

Wednesday 4 February 2015

रोडवेज विभाग की मनमानी, हिसाब से ज्यादा वसूला जा रहा है किराया 
यात्रियों ने दी शिकायत, विभाग करे कार्रवाही 
मंडी डबवाली -----------
हरियाणा में हवाई किले स्थापित करने में हरियाणा रोडवेज का कोई भी सानी नहीं है लेकिन यदि सुविधाओ को बात की जाए तो कहने में कोई बेमानी नहीं होगी की सब कुछ गोल है एक तरफ रोडवेज हररोज लाखों रुपयों की कमाई करती है लेकिन सब्र उससे भी कम ही है
रोडवेजपरिचालक यात्रियों से मनमर्जी का किराया वसूल रहे हैं, ताकि उन्हें खुले पैसे वापस करने पड़े। इससे परेशान यात्रियों ने बुधवार को बस स्टैंड पर रोडवेज डयूटी इंचार्ज को शिकायत कर मनमर्जी कर यात्रियों से अधिक किराया लेने वाले वाले परिचालकों पर कार्रवाई की मांग की।
चौटाला हाइवे पर गांव आसाखेड़ा से बस में शहर पहुंचे यात्री हंसराज परिहार, आरटीआई कार्यकर्ता श्रवण तंवर, रवि सहारण, भीमसेन, राम सिंह, ओमप्रकाश, सुनील अन्य ने बताया कि अासाखेड़ा से डबवाली तक के 22 किलोमीटर दूरी का किराया 17 रुपये है। रोडवेज परिचालक ने उनसे 18 रुपये लिए हैं। जब उन्होंने परिचालक को कहा कि किराया 17 रुपये है तो वे 18 रुपये क्यूं ले रहे हैं। अारोप है कि परिचालक ने कहा कि उन्हें 18 रुपये किराया बताया। सभी ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी रोजाना उन्हें परिचालक इसी प्रकार तय से एक रुपया अधिक किराया वसूलते हैं। साथ ही किराया तय से अधिक लिए जाने पर ऐतराज जताने वाले से अभद्र व्यवहार करते हैं। आरोप है कि कई बार परिचालक बस से नीचे उतार देने की धमकी देते हैं। यात्रियों ने बताया कि इसी प्रकार दूसरे रूटों पर भी परिचालक मनमर्जी से टिकट काटते हैं।
यात्रियोंने बस स्टैंड पहुंचकर डयूटी इंचार्ज सीताराम को शिकायत की और परिचालक पर कार्रवाई करने को कहा। यात्रियों ने कहा कि अधिक किराया वसूलने वाले परिचालकों पर विभागीय स्तर पर गंभीरता से कार्रवाई की जाए।
डीआई सीताराम ने बताया कि आसाखेड़ा का किराया 17 रुपये ही है और 18 रुपये या दूसरे अन्य रूटों पर ज्यादा किराया लेने वाले परिचालकों से रिपोर्ट तलब की जाएगी। साथ सभी परिचालकों को तय किराया ही लेने के दोबारा आदेश दिए गए हैं ताकि भविष्य में कोई परेशानी हाे।
ड्यूटी इंचार्ज सीता राम को शिकायत करते आरटीआई कर्ता श्रवण कुमार तंवर।

Tuesday 3 February 2015


करोड़ो का प्रोजेक्ट वेबसाइट में अभी खस्ताहाल बिल्डिंग। कॉलेज की साइट को जुलाई 2014 के बाद अपडेट करना भूले
मंडी डबवाली-------

बात सुनने शायद अटपटी सी लगे लेकिन सुचना और तकनीकी के युग में डबवाली के एम् मात्र लम्बे सालों के इन्तजार के बाद करोड़ो की लागत से नया कोलेज बना लेकिन वेबसाइट में अभी भी पुराने भवन से सुसज्जित ।
शहरवासियों के श्रीबालाजी एजुकेशन सोसायटी के बैनर तले लंबे संघर्ष के बाद वर्ष 2007 में शहर के पुराने अस्पताल भवन में शुरू हुए राजकीय कॉलेज को वर्ष 2014 में गांव डबवाली के पास अत्याधुनिक संसाधनयुक्त नया भवन व नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर मिल चुका है लेकिन कॉलेज की साइट को जुलाई 2014 के बाद अपडेट नहीं किया गया है। जिससे इसमें पिछले वर्ष की जानकारियां तथा पुराना अस्पताल भवन ही दिखाया जा रहा है। जिससे ऑनलाइन रहने वाले विद्यार्थियों व अभिभावकों को कॉलेज की सही जानकारी भी नहीं मिल रही है। साइट में डॉ. पवन गर्ग ही प्रिंसिपल हैं।


भाजपा सरकार का शतक , स्तिथि नाजुक।स्टाफ तो क्या रिटायर्ड प्रिंसिपल की भी सैलरी अटकी। कॉलेज भवन में अटके तमाम प्रोजेक्ट, विद्यार्थियों भी  परेशानी।

मंडी डबवाली

जी हा आज भाजपा सरकार के 100 दिन पूरे हो रहे हैं। लेकिन  आफते कम होने नाम नही ले रही स्तिथि फिलहाल नाजुक कही जा सकती है।जिस दिन से प्रदेश में नई सरकार बनी है तब से शहर के एकमात्र राजकीय कॉलेज के स्टाफ को सैलरी नहीं मिली है। न ही कॉलेज में सरकार की कोई योजना पर काम हो रहा है। नोबत  है सरकार की ओर से रिटायरमेंट की उम्र 60 से घटाकर 58 किए जाने के फैसले के चलते रिटायर हुए प्रिंसिपल का पद खाली होना।

    सिरसा हाइवे पर गांव डबवाली के पास बने डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय कॉलेज के नए भवन में शिफट होने के बाद कॉलेज के इस सत्र में तमाम सुविधाएं पूरी होने की उम्मीद थी लेकिन नई सरकार बनने के बाद 3 माह में से अधिकतर समय बिना प्रिंसिपल के गुजर गया है। जिससे काॅलेज के लिए कई प्रोजेक्ट का काम अधूरा पड़ा है वहीं स्टाफ को भी सैलरी नहीं मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। कॉलेज से 29 नवंबर को रिटायर हुए तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ. पवन गर्ग को अभी अपनी अंतिम सैलरी और पहली पेंशन के भुगतान का इंतजार है। इसी प्रकार दूसरे डेढ़ दर्जन प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर तथा दर्जनभर नॉन टिचिंग स्टाफ काे लगातार चौथे माह सैलरी का इंतजार है। इसी प्रकार कॉलेज में आधा दर्जन एक्सटेंशन लेक्चरर को भी अपने मेहनताना पाने को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

आफत है भारी ये काम अभी भी अटके

विद्यार्थियों ने बताया कि कॉलेज में पहुंचने के लिए रोड बनाने का वादा एक दो माह में पूरा करने की बात हुई थी लेकिन प्रिंसिपल नहीं होने से पिछले 4 महिनें में विद्यार्थियों की इस समस्या पर गंभीरता नहीं बरती जा रही है। इसके अलावा खेल मैदान की तमाम व्यवस्थाएं पूरी नहीं हुई है। साथ ही लैब अपग्रेड करने का काम भी बीच में पड़ा है। स्टूडेंट के लिए कॉलेज परिसर में बनने वाले पार्क, पार्किंग और शैड का काम भी शुरू नहीं हो पाया है। कॉलेज प्रिंसिपल नियुक्त हों तो सभी कार्यों को तेजी मिलेगी और विद्यार्थियों को पूरी सुविधाएं मिलेंगी।

काॅलेज का नया भवन बन जाने के बाद क्षेत्र के विद्यार्थियों को पोस्ट ग्रेजुएट की संभी संकाय में कक्षाएं शुरू होने का भी इंतजार है। काॅलेज विद्यार्थी विनोद कुमार, राजेंद्र, संदीप सुथार, राजेश, कृष्ण चंद्र व अनिल ने बताया कि कॉलेज में पीजी कक्षएं शुरू की जानी चाहिए। इसके लि नए काॅलेज में पूरे कमरे व संसाधन भी उपलब्ध हैं। मौजूदा समय में बीए फाइनल इयर में करीब 250 से विद्यार्थी हैं जिन्हे पीजी के लिए दूसरे शहरों में जाना हाेगा।

अभी रिटायर प्रिंसिपल की भी अटकी सैलरी और पेंशन

वहीं डॉ . पवन गर्ग, रिटायर्ड प्रिंसिपल ने बताया कि मेरी रिटायरमेंट के नवंबर माह की सैलरी और बाकी बिलों का भुगतान अभी अटका हुआ है। तीन माह बाद भी दूसरे प्रिंसिपल नियुक्त नहीं होने व किसी को डीडीओ पावर नहीं मिलने से पहली पेंशन का भी इंतजार है। प्रिंसिपल नहीं होने से कॉलेज के सभी पोजेक्ट अटककर रह गए हैं। पूरे स्टाफ को सैलरी भी नहीं मिली है। इससे महंगाई के दौर में चौथा माह बिना सैलरी काटना सभी के लिए मुश्किल है।

दूसरी ओर कार्यकारी प्रिंसिपल राकेश वाधवा ने कहा किप्रिंसिपल नियुक्त नहीं होने व कॉलेज में किसी को डीडीओ पॉवर अभी नहीं मिली है। जिसके कारण कुछ काम अटके हुए हैं। सैलरी नहीं मिलने से किसी पियन या कुछ स्टाफ सदस्यों को दिक्कत है ओर कोई समस्या नहीं है। इसके बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है।

Monday 2 February 2015

डबवाली के लोगो के लिए अच्छी खबर-
कल से शुरू हो जाएगी ऑनलाइन रजिस्ट्री, भ्रष्टाचार पर लगेगी लगाम
मंडी डबवाली------------
किसानो और आम लोगो के लिए अच्छी खबर है की अब रजिस्ट्री करवाने के लिए ज्यादा मशकत नहीं करनी पड़ेगी बल्कि अब सारा काम ऑनलाइन ही हो जाएगा
डबवाली के लोगो को आज से प्रदेशभर में लागू हो रही ऑनलाइन सुविधा का लाभ मिलेगा।  वहीँ इस सुविधा को शुरू कर दिया जाएगा। इससे रजिस्ट्री कराने वालों का बेवजह तहसील में चक्कर काटने और समय खराब करने की समस्या से निजात मिलेगी वहीं रजिस्ट्री की एवज में होने वाले सबसे अधिक भ्रष्टाचार का कलंक भी मिटेगा।तहसील परिसर में बने दिशा केंद्र में सोमवार को सरकार के इस फैसले का पूरा असर देखने को मिला और नेशनल इंन्फ्रामेटिक सेंटर के तहत जिला की आईटी विंग की ओर से दिशा केंद्र में ऑनलाइन  रजिस्ट्री से संबंधित उपकरणों की उपलब्धता कराई गई। जिसे मंगलवार को अवकाश के चलते सैटअप किया जाएगा और बुधवार से सभी व्यवस्थाएं लागू कर दी जाएंगी।

 चंडीगढ़ मुख्यालय से सर्वर पर सभी तहसील कार्यालयों को यूजरनेम पासवर्ड जारी किए गए हैं। जिनके तहत आवेदकों को जांच के बाद ऑनलाइन अपडेट करते हुए सर्वर के तहत तय तारीख समय दिया जाएगा।
जिससे रजिस्ट्री कराने वाले दोनों पक्षों को अपाइंटमेंट मैनेजमेंट सर्विस के तहत तारीख और समय दिया जाएगा। जिस समय पहुंचकर वे अपनी रजिस्ट्री करा सकेंगे। इसके लिए आवेदक को लिखित रजिस्ट्री जिसके साथ रकबा का रिकॉर्ड लगा हो और दोनों पक्ष तथा नंबरदार गवाह मौजूद हो। वह कंप्यूटर ऑपरेटर को दस्तावेज देगा और वह जांच कर आरसी को भेजेगा। इसके बाद आरसी दस्तावेजों फीस की जांच कर सब रजिस्ट्रार को देगा और हस्ताक्षर के बाद वह वापस आरसी के मार्फर ऑपरेटर को जाएगी। इसके साथ ही इंतकाल की फीस भी जमा कर ली जाएगी जिससे रजिस्ट्री के बाद स्वत ही इंतकाल भी तय समय में दर्ज हो जाएगा।

हीँ अगर अब शहर के चौहान नगर में अब कोई 200 गज का प्लॉट लेता है तो उसे कलेक्टर रेट 2500 रुपये प्रति वर्ग गज की दर से वेल्यूशन करनी होगी। जो 5 लाख रुपये बनेगी। इसके लिए उसे एक हजार रुपये रजिस्ट्रेशन 250 रुपये इंतकाल शुल्क देना होगा। साथ ही महिला के लिए 5 प्रतिशत यानि 25 हजार रुपये पुरुष के लिए 7 प्रतिशत यानि 35 हजार रुपये की स्टांप ड्यूटी देनी होगी। इसके लिए क्रेता विक्रेता रिकॉर्ड के साथ नत्थी कर अपनी रजिस्ट्री लिखवाएंगे और सब रजिस्ट्रार कम तहसीलदार के पास आवेदन करेंगे। कंप्यूटर ऑपरेटर ऑनलाइन मैनेजमेंट सिस्टम के तहत प्रतिदिन 60 रजिस्ट्री के अनुसार आवेदकों को तारीख समय तय करेगा। जिस दिन पहुंचकर उन्हें रजिस्ट्री करानी होगी। यदि उपभोक्ता तत्काल रजिस्ट्री कराते हैं तो उन्हें 5 लाख की वैल्यूएशन वाली जमीन पर कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा लेकिन इससे अधिक वैल्यूएशन बनती है तो उसे तत्काली रजिस्ट्री की फीस देनी होगी।
वहीं दिशा केंद्र में अतिरिक्त उपकरण भी आए हैं और मंगलवार को पूरा सैटअप कर दिया जाएगा। बुधवार से अपाइंटमेंट मैनेजमैंट सिस्टम के तहत रजिस्ट्री सुविधा शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 10 तत्काल रजिस्ट्री होगी

Sunday 1 February 2015

अध्यापक यशपाल सिंह जैतों राजकीय स्कूल के कला अध्यापक ने बिना बजट के स्कूलों और संस्थानों में बनाई पेंटिंग और स्टेच्यू

डबवाली

राजकीय स्कूलों में कला अध्यापक अपनी रूचि और छवि खोते जा रहे हैं वहीं सांवतखेड़ा के स्कूल में कला अध्यापक यशपाल सिंह सबसे अलग हैं। रविवार को शहर के राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल के शताब्दी समारोह में शहीद भगत सिंह के जिस प्रतिमा का लोकार्पण किया गया वह कला अध्यापक ने अपनी डयूटी टाइम के बाद कार्य करते हुए तैयार की है। फाइबर मिश्रित सामग्री से बनी प्रतिमा को बनाने में उन्हें 3 माह का समय लगा है। जिसके लिए उन्होंने न निर्माण सामग्री का चार्ज लिया है और न ही किसी प्रकार का मेहनता लिया गया है। इतना ही नहीं यशपाल सिंह रोजाना डयूटी के दौरान अपने स्कूल में और डयूटी के  बाद किसी सार्वजनिक और सार्वजनिक स्थानों पर पेटिंग व अन्य कलाकृतियां तैयार करते हैं। इसके लिए उन्हें समय नहीं मिलता तो रात को उसकी संस्थान में ठहर जाते हैं जहां काम कर रहे हों।

      कला अध्यापक यशपाल सिंह पिछले 8 साल से अपनी नियुक्ति वाले सांवतखेड़ा के राजकीय मिडल स्कूल में पंचायत के सहयोग से लगातार पेंटिंग कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सभी कमरों पर शहीदाें की पेंटिंग बना रखी है वहीं स्कूल में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित की है। साथ ही विभिन्न जीव जंतुओं की आकृति वाले डस्टबिन, सफाई संकेतक बनाए हैं जबकि अब हाथी का स्टेच्यू बनाया जा रहा है। सांवतखेड़ा स्कूल उनकी पेटिंग से सजाए जाने की बदौलत वर्ष 2013-14 में खंड व जिला स्तर पर स्कूल सौंदर्यकरण में प्रथम रहा है। ये जिले में एकमात्र स्कूल है जिसने दोनों स्थान एक ही सत्र में प्राप्त किए हैं। इस वर्ष उनकी पुरानी नियुक्ति के दौरान बनाई पेटिंग वाले पन्नीवाला मोरिका स्कूल को भी सौंदर्यकरण में ब्लाॅक स्तर पर प्रथम रहा है।

चोरमार गुरुद्वारा में बना चुके 16 पेंटिंग
इसके अलावा रात्रि के समय चोरमार गुरुद्वारा में ठहरकर पेटिंग बनाते हैं जहां अब तक 16 पेटिंग बना चुके हैं। जिन्हें देखने के लिए आमजन व जिला प्रशासन के लोग अक्सर स्कूल में आते हैं। उल्लेखनीय है इससे पहले उन्होंने ढाई वर्ष गांव ओढां, 7 वर्ष गांव केवल तथा 12 वर्ष तक पन्नीवाला मोरिका में नियुक्त रहे हैं। इससे उनकी नियुक्ति वाले सभी स्कूलों में विभिन्न प्रतिमाएं, पेंटिंग व क्ले मॉडल बनी हुई है जो सभी स्कूलों को दूसरों से अलग करते हैं।


जन्म से ही है कला प्रेम

यशपाल सिंह ने बताया कि उनका जन्म पंजाब के फरीदकोट जिले के जैतों मेें 1957 में हुआ और वे 7 बहनों के इकलौते  भाई हैं। बचपन से ही कला का प्रेम रहा है और प्रेप तक की पढ़ाई के दौरान भी कलाकृतियां बनाने में रूचि रखते थे। जिससे वर्ष 1977 से 79 तक उन्होंने गुड़गांव से आर्ट एंड क्राफट का कोर्स किया जबकि वर्ष में अध्यापक नियुक्त होने के बाद से लगातार समय समय पर चंडीगढ़ के प्राचीन कला केंद्र से फाइन आर्ट की ट्रेनिंग लेते हैं। जिसे रोजाना बच्चों काे सिखाने के साथ आमजन को भी कला के प्रति प्रेरित करते हैं।

कला अध्यापक यशपाल सिंह ने वर्ष 2014 में शिक्षा विभाग में प्रदेश स्तरीय सम्मान के लिए आवेदन किया था। जिसमें उन्हें ब्लॉक स्तर से जिला स्तर पर भेजा था और वहां प्रदेश स्तर के लिए भेजा जाना था लेकिन जिला प्रशासन ने उन्हें इसके लिए उचित नहीं मानते हुए इसे रदद कर दिया। जबकि अपने विषय में साधारण स्तर की उपलब्धियां प्राप्त करने वाले अध्याकों को शिक्षा विभाग प्रदेश स्तर पर सम्मान दे चुका है।

 मेरी नजर में कला एक संस्कृति है जिसके माध्यम से हम वह संदेश दे सकते हैं जो किसी ओर माध्यम से संभव नहीं है। इसलिए लुप्त हो रही इस कला को जिंदा रखना ही उनका मकसद है। किसी भी राजकीय स्कूल, संस्थान व संस्था को कला के लिए जरूरत हो वहां मेरी निशुल्क सेवाएं हमेशा उपलब्ध रहेगी। भले ही अकेला चल रहा हूं लेकिन ये कहूं कि जित्थे कला दे कद्रदान हैं, औत्थे कल्ला ही काफी हां।

डबवाली चंढीगढ़ क्लीनक में महिला ने दिया 3 बच्चों को जन्म। तीनो बच्चे सुरक्षित।
2 लड़कियों व् 1 लड़के को दिया जन्म 
 डबवाली------------

 नेशनल हाईवे पर किलियांवाली मंडी स्थित चंडीगढ़ क्लिनिक में एक गर्भवती ने तीन बच्चों को जन्म दिया है। जिनमें दो लड़कियां व एक लड़का है। दंपंति की दूसरी डिलिवरी थी। जिसमें पहले से एक बेटी है। परिवार ने बेटे के साथ दो ओर बेटियों के जन्म पर रविवार को लडडू बांटकर खुशी जाहिर की। महिला चिकित्सक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि उनके पास गर्भवती को परिजन लाए थे।तुरंत आपरेशन करके प्रसव किया गया। चिकित्सक ने बताया कि तीनों बेबी का वेट पूरा है और प्रसूता की सेहत भी सही है। इस पर परिवार ने खुशी मनाते हुए अस्पताल व गांव मसीतां अपने घर में प्रसाद विरतण किया।


राजकीय स्कूल के 100 वर्ष पुरे होने पर मनाया गया वार्षिक उत्सव, 30 पुराने छात्र हुए सम्मानित

डबवाली------राजकीय सीनियर सेकंडरी ब्वायज स्कूल में  शताब्दी वर्ष के तहत 100 साल पुरे होने पर वार्षिकोत्सव मनाया गया जिक्रयोग है की इस विद्यालय में देश के पूर्व उप प्रधान मंत्री ताऊ देवीलाल, पूर्व मुख्य मंत्री ओम प्रकाश चौटाला , पंजाब के मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस स्कूल से पढ़ चुके है
समारोह के लिए स्कूल को दुल्हन की तरह  सजावट देकर सजाया गया ।  साथ ही इस कार्यक्रम में  सबसे पुराने 25 विद्यार्थियों सम्मानित किया गया,  प्रिंसिपल सुरजीत सिंह मान ने बताया कि  समारोह में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा का अनावरण  किया गया  और इसके साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई । साथ ही स्कूल के ऐेतिहासिक तथ्यों भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया गया ।
वहीँ कार्यक्रम में  प्रसिद्ध कोरियोग्राफर संजीव शाद के नेतृत्व में दर्जनभर प्रस्तुतियां दी गयी । जिनमें गणेश वंदना, सरस्वती वंदना, सर्वधर्म आयोजनों 5 राज्यों का लोक नृत्य किया गया । धीआं शहीद भगत सिंह कोरियोग्राफी तथा भंगड़ा बोलियां नशाखोरीने सभी का दिल जीत लिया ।