Thursday 10 October 2013

आर टी आई




आर टी आई जाँच से हुआ खुलासा ,वी डी पी ओ ने डी सी को भेजी जाँच में किया था गुमराह 
****हरियाली यौजना जाँच घोटाला
*** मामला 2 साल पहले हुए पौधा रोपण का
**** 3 .90 लाख की थी कुल राशी

मंडी डबवाली के गाँव मौजगढ़ में 2 साल पहले हरियाली यौजना के तहत किये गए घोटाले मामले में आर टी आई के तहत यह बात सामने निकल कर आयी है की खंड विकास अधिकारी एवं पंचायत अधिकारी सतेंदर सिवाच ने पौधा रोपण घोटाले की जाँच में सरपंच ओमप्रकाश को बचाने  के मकसद से जिला उपायुक्त को आधार हीन व् तथ्यों से परे रिपोर्ट भेजी थी
तमाम सव्लो का ब्यान तस्दीक डबवाली के तत्कालीन एस डी एम् सुभाष स्योरान की रिपोर्ट से हुआ जिसमे उन्होंने उपायुक्त को लिखा है जो रिपोर्ट बी डी पी ओ की जाँच रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद यह निष्कर्ष निकला है की जो सूची उपायुक्त को डी गयी थी वो गलत जानकारियों की थी
वहीँ यह रिपोर्ट यह भी खुलासा कर चुकी है की अब जो रिपोर्ट उपायुक्त को सौन्पी गयी है उसमे सुभाष एस डी एम् ने गाँव के सरपंच और तत्कालीन ग्राम सचिव पर पौधा रोपण  की 3.90  लाख की राशी को खुर्द बुर्द करने का दोषी पाया है
इस रिपोर्ट में एस डी एम् ने साथ ही उपयुक्त महोदय को इनके खिलाफ सख्त कार्रवाही कने की सिफारिश भी की है

वहीँ आर टी आई कार्य करता अमरीक सिंह का कहाँ है 2 साल पहले ही यह घोटाला सामने था इसमें जान बुझ कर देरी की गयी है इसमें पंचायत विभाग और सरपंच की मिली भागत थी
अब उन्हें उम्मीद है की जरुर एक दिन इस घोटाले के दोषियों को दंड होगा साथ ही खंड पंचायत अधिकारी पर भी सख्त कार्रवाही हो    
उधर जब वी डी पी ओ ने इस खुलासे के बाद अपना मोबाइल सिवच ऑफ रखा हुआ
वहीँ सरपंच औम प्रकाश ने भी कैमरे के सामने आने से साफ़ मन कर दिया और फोन पर सिर्फ इतना ही कहा  कि आज तक कोई भी अधिकारी गाँव में जाँच करने के लिए नही आया  और इसमें राजनिती का हाथ है मै  इसकी दोबारा नए सिरे से जाँच की सिफारिश करुगा
बल्कि सच तो यह है की तहसीलदार ,एस डी एम् खुद गाँव में आकर जांच कर चुके है तहसीलदार  परमजीत चहल ने खुद भी बहुत पहले इस मामले पर बनते सवाल के जवाब में यह बाताया था की हा हमने इस मामले में मौका देखा लिया है गाँव में गया था और पूरी जाँच हो चुकी है

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