शहर और गांवों मेें अब प्रशासनिक राज, सरपंच-पंच आज से है पूर्व डेढ़ वर्ष पहले नगर पालिका की टर्म पूरी होने उपरांत से एसडीएम हैं प्रशासक, पंचायतों में बीडीपीओ प्रशासक नियुक्त
पूर्ण धनेरवा। डबवाली
आज से शहर के बाद गांवों में भी प्रशासनिक राज कायम हो गया है। डेढ़ साल से शहर में कोई पार्षद और नप की कमेटी नहीं है वहीं गांवों में भी अाज से लोगों के चुने गए पंच सरपंच पूर्व हो जाने से बीडीपीओ प्रशासक के तौर पर प्रत्येक पंचायत का कार्य देखेंगे। इसके अलावा पंचायत समिति का कार्यभार बतौर प्रशासक एसडीएम ग्रहण करेंगे।
खंड में 48 पंचायतों में ग्रामीण मतदाताओं के चुने गए 28 पंचायत समिति सदस्य व 48 सरपंच तथा करीब 530 पंचाें का कार्यकाल आज पूरा हो गया है। जिसके साथ ही आज से खंड में बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच बतौर प्रशासक सभी पंचायतों की आय व्यय और विकास कार्यों को संभालेंगे। वहीं पंचायत समिति के चेयरमैन, वाइस चैयरमैन और सदस्यों की जगह एसडीएम सुरेश कस्वां पूर्ण कार्यभार बतौर प्रशासक देखेंगे। इससे पहले शहर में 19 वार्डों वाली नगर पालिका की टर्म 18 मार्च 2014 में पूरी हो जाने से कोई जनप्रतिनिधित्व नगर परिषद में नहीं है और इसका कार्यभार भी एसडीएम सुरेश कस्वां बतौर प्रशासक डेढ़ साल से देख रहे हैं। दोनों स्तर पर अभी चुनावों की तारीख भी तय नहीं है। इससे अब शहर व गांवों में आमजन जनप्रतिनिधित्व की बजाय अधिकारियों के मार्फत अपने पंचायती व शहरी विकास कार्यों व योजनाओं के लिए आधारित रहेंगे। जिससे लोकतंत्र के तहत सीधे चुने गए लोगों की बजाय लोकतंत्र से चुनी गई सरकार द्वारा नियुक्त किए गए सक्षम अधिकारी अब ग्रामीणों व शहरवासियों की समस्याओं को समझने और उनका निपटारा करने में दोहरी भुमिका निभाएंगे।
आज से पंचायत सचिवों का हैडक्वार्टर पर रहने आदेश
प्रदेश में वर्ष 2010 में 10 जून को पंचायत चुनाव हुए थे। जिसके बाद 24 जुलाई को सभी पंचायतों में नवनिर्वाचित सरपंचों को कार्यभार दिया गया था। जिसके तहत 5 साल का समय पूरा होने पर 24 जुलाई को सभी सरपंचों का कार्यकाल समाप्ती के आदेश सरकार की ओर से जारी किए गए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से 16 जुलाई को जारी आदेश पत्र के अनुसार 24 जुलाई के बाद से सभी पंचायतों में प्रशासक कार्यभार देखेंगे। जिससे बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच ने शनिवार 25 को सभी ग्राम सचिवों को अपने हैडक्वार्टर पर रुककर उससे संबंधित पंचातयों के संपूर्ण रिकॉर्ड को जमा करना है। इसके लिए शुक्रवार को बीडीपीओ ने सभी पंचायत सचिवों व सरपंचों की बैठक लेकर दिशा निर्देश जारी किए। जिसमें सरपंचों को 25 जुलाई को पूरा पंचायती रिकॉर्ड सभी ग्राम सचिवों के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ग्राम सचिवाें को पंचायतों में विकास सहित सभी कार्यों व आमजन के कार्यों के निपटान के लिए लगातार ज्यादा समय तक अपने पंचायती हैडक्वार्टर पर उपलब्ध रहने के आदेश दिए हैं। बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच ने बताया कि पंचायतों के खाते 25 जुलाई से ग्राम सचिव के साथ सरपंच की जगह बीडीपीओ के संयुक्त हस्तक्षित संचालित होंगे। जबकि पंचायत समिति के फंडस ईओ कम बीडीपीओ के साथ एसडीएम के संयुक्त हस्ताक्षरित होंगे।
नोटिस दिया जाएगा
उल्लेखनीय है कि खंड में कुल 48 पंचायतें हैं जबकि ग्राम सचिव 15 ही हैं। जिससे एक दिन में सभी पंचायतों का पूर्ण रिकॉर्ड कब्जे में लेना भी आसान कार्य नहीं है। बावजूद इसके उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार 25 जुलाई को सुबह से पूरा पंचायत रिकॉर्ड सरकारी संरक्षण में लिया जाना है। बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच ने बताया कि सभी पंचायतों को इसके बारे में सूचना दी गई है और इसमें किसी प्रकार की देरी की गई तो 25 जुलाई को ही संबंधित सरपंचों को नोटिस जारी किए जाएंगे।
बॉक्स:: जिले के सभी गांवों व शहरी निकायों में प्रशासक राज
उल्लेखनीय है कि जिले की दोनों नगर परिषद डबवाली व सिरसा में प्रशासक कार्यभार देख रहे हैं जबकि तीनों नगर पालिकाओं रानियां, एेलनाबाद व कालांवाली में भी चुने गए सदस्यों को कार्यकाल पूरा होने से प्रशासक ही व्यवस्थाएं देख रहे हैं। कालांवाली नगर पालिका के 13 वार्डों के जनप्रतिनिधियों को कार्यकाल 18 जून को पूरा हो चुका है। जिसके बाद एसडीएम डबवाली सुरेश कस्वां को बतौर प्रशासक नियुक्ति दी जा चुकी है।
बॉक्स :: चुनावों की सुगबुगाहट, तारीख तय नहीं
शहरों के बाद गांवों में जनप्रतिनिधियों की जगह प्रशासक नियुक्त हो जाने से आमजन में चुनावों को लेकर सुगबुगाहट चल रही है। हालांकि सरकार की ओर से अभी न तो शहरों में चुनाव के लिए कोई कार्यक्रम बनाया गया है और न ही पंचातयों के लिए। जिससे अभी पंचायतों की वोटर सूची तैयार की जा चुकी है जबकि नगर परिषद व नगर पालिकाओं की वोटर सूची अंतिम चरण में है। जो आगामी 8 अगस्त को फाइनल प्रिंट की जाएगी। इसके बाद ही पंचायत या शहरी निकाय के लिए चुनाव प्रोग्राम बनने के कयास लगाए जा रहे हैं।
पूर्ण धनेरवा। डबवाली
आज से शहर के बाद गांवों में भी प्रशासनिक राज कायम हो गया है। डेढ़ साल से शहर में कोई पार्षद और नप की कमेटी नहीं है वहीं गांवों में भी अाज से लोगों के चुने गए पंच सरपंच पूर्व हो जाने से बीडीपीओ प्रशासक के तौर पर प्रत्येक पंचायत का कार्य देखेंगे। इसके अलावा पंचायत समिति का कार्यभार बतौर प्रशासक एसडीएम ग्रहण करेंगे।
खंड में 48 पंचायतों में ग्रामीण मतदाताओं के चुने गए 28 पंचायत समिति सदस्य व 48 सरपंच तथा करीब 530 पंचाें का कार्यकाल आज पूरा हो गया है। जिसके साथ ही आज से खंड में बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच बतौर प्रशासक सभी पंचायतों की आय व्यय और विकास कार्यों को संभालेंगे। वहीं पंचायत समिति के चेयरमैन, वाइस चैयरमैन और सदस्यों की जगह एसडीएम सुरेश कस्वां पूर्ण कार्यभार बतौर प्रशासक देखेंगे। इससे पहले शहर में 19 वार्डों वाली नगर पालिका की टर्म 18 मार्च 2014 में पूरी हो जाने से कोई जनप्रतिनिधित्व नगर परिषद में नहीं है और इसका कार्यभार भी एसडीएम सुरेश कस्वां बतौर प्रशासक डेढ़ साल से देख रहे हैं। दोनों स्तर पर अभी चुनावों की तारीख भी तय नहीं है। इससे अब शहर व गांवों में आमजन जनप्रतिनिधित्व की बजाय अधिकारियों के मार्फत अपने पंचायती व शहरी विकास कार्यों व योजनाओं के लिए आधारित रहेंगे। जिससे लोकतंत्र के तहत सीधे चुने गए लोगों की बजाय लोकतंत्र से चुनी गई सरकार द्वारा नियुक्त किए गए सक्षम अधिकारी अब ग्रामीणों व शहरवासियों की समस्याओं को समझने और उनका निपटारा करने में दोहरी भुमिका निभाएंगे।
आज से पंचायत सचिवों का हैडक्वार्टर पर रहने आदेश
प्रदेश में वर्ष 2010 में 10 जून को पंचायत चुनाव हुए थे। जिसके बाद 24 जुलाई को सभी पंचायतों में नवनिर्वाचित सरपंचों को कार्यभार दिया गया था। जिसके तहत 5 साल का समय पूरा होने पर 24 जुलाई को सभी सरपंचों का कार्यकाल समाप्ती के आदेश सरकार की ओर से जारी किए गए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से 16 जुलाई को जारी आदेश पत्र के अनुसार 24 जुलाई के बाद से सभी पंचायतों में प्रशासक कार्यभार देखेंगे। जिससे बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच ने शनिवार 25 को सभी ग्राम सचिवों को अपने हैडक्वार्टर पर रुककर उससे संबंधित पंचातयों के संपूर्ण रिकॉर्ड को जमा करना है। इसके लिए शुक्रवार को बीडीपीओ ने सभी पंचायत सचिवों व सरपंचों की बैठक लेकर दिशा निर्देश जारी किए। जिसमें सरपंचों को 25 जुलाई को पूरा पंचायती रिकॉर्ड सभी ग्राम सचिवों के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ग्राम सचिवाें को पंचायतों में विकास सहित सभी कार्यों व आमजन के कार्यों के निपटान के लिए लगातार ज्यादा समय तक अपने पंचायती हैडक्वार्टर पर उपलब्ध रहने के आदेश दिए हैं। बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच ने बताया कि पंचायतों के खाते 25 जुलाई से ग्राम सचिव के साथ सरपंच की जगह बीडीपीओ के संयुक्त हस्तक्षित संचालित होंगे। जबकि पंचायत समिति के फंडस ईओ कम बीडीपीओ के साथ एसडीएम के संयुक्त हस्ताक्षरित होंगे।
नोटिस दिया जाएगा
उल्लेखनीय है कि खंड में कुल 48 पंचायतें हैं जबकि ग्राम सचिव 15 ही हैं। जिससे एक दिन में सभी पंचायतों का पूर्ण रिकॉर्ड कब्जे में लेना भी आसान कार्य नहीं है। बावजूद इसके उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार 25 जुलाई को सुबह से पूरा पंचायत रिकॉर्ड सरकारी संरक्षण में लिया जाना है। बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच ने बताया कि सभी पंचायतों को इसके बारे में सूचना दी गई है और इसमें किसी प्रकार की देरी की गई तो 25 जुलाई को ही संबंधित सरपंचों को नोटिस जारी किए जाएंगे।
बॉक्स:: जिले के सभी गांवों व शहरी निकायों में प्रशासक राज
उल्लेखनीय है कि जिले की दोनों नगर परिषद डबवाली व सिरसा में प्रशासक कार्यभार देख रहे हैं जबकि तीनों नगर पालिकाओं रानियां, एेलनाबाद व कालांवाली में भी चुने गए सदस्यों को कार्यकाल पूरा होने से प्रशासक ही व्यवस्थाएं देख रहे हैं। कालांवाली नगर पालिका के 13 वार्डों के जनप्रतिनिधियों को कार्यकाल 18 जून को पूरा हो चुका है। जिसके बाद एसडीएम डबवाली सुरेश कस्वां को बतौर प्रशासक नियुक्ति दी जा चुकी है।
बॉक्स :: चुनावों की सुगबुगाहट, तारीख तय नहीं
शहरों के बाद गांवों में जनप्रतिनिधियों की जगह प्रशासक नियुक्त हो जाने से आमजन में चुनावों को लेकर सुगबुगाहट चल रही है। हालांकि सरकार की ओर से अभी न तो शहरों में चुनाव के लिए कोई कार्यक्रम बनाया गया है और न ही पंचातयों के लिए। जिससे अभी पंचायतों की वोटर सूची तैयार की जा चुकी है जबकि नगर परिषद व नगर पालिकाओं की वोटर सूची अंतिम चरण में है। जो आगामी 8 अगस्त को फाइनल प्रिंट की जाएगी। इसके बाद ही पंचायत या शहरी निकाय के लिए चुनाव प्रोग्राम बनने के कयास लगाए जा रहे हैं।
No comments:
Post a Comment