Tuesday 28 July 2015

अहमदपुर दारेवाला के इतिहास में जुड़ेगा न्या अध्याय, शमशान भूमि को रामबाग बनाने की कवायद तेज, सम्पूर्ण ग्रामीण सहियोग से प्रयास हुए सफल 
गंगू मेहता व् हरीश कालड़ा और सहित रामबाग कमेटी ने लिया जिम्मा 
मंडी डबवाली-----हलचल ब्यूरो 

देर आए दुरुस्त आये लेकिन ग्रामीणों की सोच में नए युग का सूत्र पात जरुर देखने को मिला, तकनीक और फैसले लेने के मामलों में गाँव बेहद पिछड़ा हुआ है मगर इस बार इतिहास जरुर बनेगा ....
गांव अहमदपुर दारेवाला  में मंगलवार को गांव की  शमशान भूमि में ग्रामीणों ने सामूहिक रूप में इकठे होकर सफाई अभियान चलाया ।वर्णीय है पिछले कई सालों से पंचायती शमशान भूमि देख रेख  के बिना बंजर बन चुकी थी जिसके कारण लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। सम्पूर्ण गांव के सहियोग से ग्रामीणों ने रामबाग कमेटी के नाम से ग्रामीणों के सहियोग समूह तयार कर शमशान भूमि को साफ़ कर हरा भरा करने का बीड़ा उठाया, वहीँ कमेटी में सुखचरण बरार व् रामस्वरूप बिरडा को कैशियर नियुक्त किया गया है 
रामबाग कमेटी के नियुक्त प्रधान हरीश कालड़ा ने बताया कि सम्पूर्ण ग्राम निवासियों के सहियोग चंदा इकठा किया जा रहा है और शमशान भूमि को हरा भरा तथा पानी की व्यवस्था कर पार्क निर्मित किया जाएगा जिस पर करीब 5 लाख रूपये की लागत आयेगी। । सहियोग राशि से शमशान भूमि में चारो और छाया दार पेड़ पौधे तथा मुख्य द्वार भी बनाया जायेगा और दानी सज्जनो की सूचि भी लगायी जायेगी ।इसके अतिरिक्त डिग्गी का भी निर्माण किया जाऐगा।


Sunday 26 July 2015

जन्म फरवरी में और मार्च का बना दिया जन्म प्रमाण पत्र, पाेल खुलने के डर से परिवार को दी धमकी पीएचसी में स्टाफ के कारनामे की एसएमओ को दी शिकायत, सीएम व स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भेजकर लगाई गुहार
पूर्ण धनेरवा -मंडी  डबवाली

उपमंडल में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही का नया कारनामा सामने आया है। जिसमें फरवरी में जन्मी बच्ची को मार्च में जन्म का प्रमाण पत्र जारी कर दिया। जिससे स्वास्थ्य विभाग के कंप्यूट्रीकृत रिकाॅर्ड में मार्च और कागजी रिकॉर्ड में फरवरी में बच्ची का जन्म दर्ज होने  के चक्कर में बेटी व उसकी मां को सरकारी सुविधाओं को लाभ नहीं मिल रहा है। जिसका खुलासा शनिवार को गांव मट्टदादू निवासी पीड़ित परिवार नेे एसएमओ को दी गई शिकायत से हुआ।

   पीड़ित गांववासी इकबाल सिंह पुत्र  ने बताया कि उसकी पत्नी भिंद्र कौर ने बीती 9 फरवरी को गंगा पीएचसी में बच्ची को जन्म दिया। जिसके बाद उन्हें 9 मार्च को जन्म होने का प्रमाण पत्र मिला। जिसे जन्म और प्रमाण पत्र में एक माह का अंतर होने की शिकायत स्टाफ को की तो उन्होंने प्रमाण पत्र सही करने का कहकर उसे वापस रख लिया। इसके बाद कई बार पीएचसी के चक्कर काट चुके हैं जबकि कन्या जन्म पर अनुसूचित जाति की प्रसुता व नवजात काे मिलने वाली योजनाओं का लाभ पाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन सभी उनसे सही तारीख वाले जन्म प्रमाण पत्र की मांगते हैं। जबकि गंगा पीएचसी स्टाफ का कहना है कि वे कंप्यूट्रीकृत व कागज में अलग अलग दर्ज हुए रिकॉर्ड को अब दुरुस्त नहीं कर सकते। जिससे स्टाफ की गलती का खामीयाजा नवजात बच्ची व उसके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है।

स्टाफ पर गाली गलौज का आरोप

पीड़ित इकबाल ने एसएमओ शिकायत में बताया कि 24 जुलाई को सही प्रमाण पत्र लेने के लिए परिवार की महिलाएं गंगा पीएचसी में गई। जहां मौजूद महिला स्टाफ ने उन्हेें सही प्रमाण पत्र देने से मना कर दिया। साथ ही इसकी शिकायत करने पर नवजात व मां को सरकारी व स्वास्थ्य योजना के लाभ नहीं देने की धमकी दी व महिलाअों से गाली गलौज कर पीएचसी से बाहर निकाल दिया। इस पर रोते हुए परिवार की महिलाएं घर पहुंची। जिसपर  उन्होंने फोन से एसएमओ को शिकायत दी जबकि मामले को लेकर सीएम मनोहर लाल खट्टर व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को पत्र लिखकर नवजात बेटी और उसकी मां के साथ हो रही ज्यादती व स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही स्टाफ की शिकायत की है। पीड़ित ने मामले की जांच कर रिकाॅर्ड गलत करने, महिलाओं से दुर्व्यवहार करने और धमकी देने वाले स्टाफ के सार्वजनिक जांच कर कानूनी व विभागीय स्तर पर दोहरी कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही बेटी को उसकी जन्मतिथि 9 फरवरी 2015 का सही प्रमाण पत्र जारी कर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाए जाने की मांग की।

 परिवार की शिकायत मिली है। रिकॉर्ड में नवजात बेटी की इस प्रकार दोहरी जन्मतिथि दर्ज होना गलत है। इसकी जांच की जाएगी। साथ ही योजनाओं का लाभ नहीं देने और गाली गलौज व धमकी देकर अस्पताल से बाहर निकालने के मामले की भी जांच होगी। नवजात को जल्द ही सही तिथि का जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा। ताकि उसे सरकारी योजनाअों का पूरा लाभ मिले।

डॉ. एमके भादू, एसएमओ, डबावाली

Saturday 25 July 2015

शहर और गांवों मेें अब प्रशासनिक राज, सरपंच-पंच आज से है पूर्व डेढ़ वर्ष पहले नगर पालिका की टर्म पूरी होने उपरांत से एसडीएम हैं प्रशासक, पंचायतों में बीडीपीओ प्रशासक नियुक्त
पूर्ण धनेरवा। डबवाली

आज से शहर के बाद गांवों में भी प्रशासनिक राज कायम हो गया है। डेढ़ साल से शहर में कोई पार्षद और नप की कमेटी नहीं है वहीं गांवों में भी अाज से लोगों के चुने गए पंच सरपंच पूर्व हो जाने से बीडीपीओ प्रशासक के तौर पर प्रत्येक पंचायत का कार्य देखेंगे। इसके अलावा पंचायत समिति का कार्यभार बतौर प्रशासक एसडीएम ग्रहण करेंगे।

 खंड में 48 पंचायतों में ग्रामीण मतदाताओं के चुने गए 28 पंचायत समिति सदस्य व 48 सरपंच तथा करीब 530  पंचाें का कार्यकाल आज पूरा हो गया है। जिसके साथ ही आज से खंड में बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच बतौर प्रशासक सभी पंचायतों की आय व्यय और विकास कार्यों को संभालेंगे। वहीं पंचायत समिति के चेयरमैन, वाइस चैयरमैन और सदस्यों की जगह एसडीएम सुरेश कस्वां पूर्ण कार्यभार बतौर प्रशासक देखेंगे। इससे पहले शहर में 19 वार्डों वाली नगर पालिका की टर्म 18 मार्च 2014 में पूरी हो जाने से कोई जनप्रतिनिधित्व नगर परिषद में नहीं है और इसका कार्यभार भी एसडीएम सुरेश कस्वां बतौर प्रशासक डेढ़ साल से देख रहे हैं। दोनों स्तर पर अभी चुनावों की तारीख भी तय नहीं है। इससे अब शहर व गांवों में आमजन जनप्रतिनिधित्व की बजाय अधिकारियों के मार्फत अपने पंचायती व शहरी विकास कार्यों व योजनाओं के लिए आधारित रहेंगे। जिससे लोकतंत्र के तहत सीधे चुने गए लोगों की बजाय लोकतंत्र से चुनी गई सरकार द्वारा नियुक्त किए गए सक्षम अधिकारी अब ग्रामीणों व शहरवासियों की समस्याओं को समझने और उनका निपटारा करने में दोहरी भुमिका निभाएंगे।

आज से पंचायत सचिवों का हैडक्वार्टर पर रहने आदेश

प्रदेश में वर्ष 2010 में 10 जून को पंचायत चुनाव हुए थे। जिसके बाद 24 जुलाई को सभी पंचायतों में नवनिर्वाचित सरपंचों को कार्यभार दिया गया था। जिसके तहत 5 साल का समय पूरा होने पर 24 जुलाई को सभी सरपंचों का कार्यकाल समाप्ती के आदेश सरकार की ओर से जारी किए गए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से 16 जुलाई को जारी आदेश पत्र के अनुसार 24 जुलाई के बाद से सभी पंचायतों में प्रशासक कार्यभार देखेंगे। जिससे बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच ने शनिवार 25 को सभी ग्राम सचिवों को अपने हैडक्वार्टर पर रुककर उससे संबंधित पंचातयों के संपूर्ण रिकॉर्ड को जमा करना है। इसके लिए शुक्रवार को बीडीपीओ ने सभी पंचायत सचिवों व सरपंचों की बैठक लेकर दिशा निर्देश जारी किए। जिसमें सरपंचों को 25 जुलाई को पूरा पंचायती रिकॉर्ड सभी ग्राम सचिवों के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ग्राम सचिवाें को पंचायतों में विकास सहित सभी कार्यों व आमजन के कार्यों के निपटान के लिए लगातार ज्यादा समय तक अपने पंचायती हैडक्वार्टर पर उपलब्ध रहने के आदेश दिए हैं। बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच ने बताया कि पंचायतों के खाते 25 जुलाई से ग्राम सचिव के साथ सरपंच की जगह बीडीपीओ के संयुक्त हस्तक्षित संचालित होंगे। जबकि पंचायत समिति के फंडस ईओ कम बीडीपीओ के साथ एसडीएम के संयुक्त हस्ताक्षरित होंगे।



नोटिस दिया जाएगा

उल्लेखनीय है कि खंड में कुल 48 पंचायतें हैं जबकि ग्राम सचिव 15 ही हैं। जिससे एक दिन में सभी पंचायतों का पूर्ण रिकॉर्ड कब्जे में लेना भी आसान कार्य नहीं है। बावजूद इसके उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार 25 जुलाई को सुबह से पूरा पंचायत रिकॉर्ड सरकारी संरक्षण में लिया जाना है। बीडीपीओ सतेंद्र सिवाच ने बताया कि सभी पंचायतों को इसके बारे में सूचना दी गई है और इसमें किसी प्रकार की देरी की गई तो 25 जुलाई को ही संबंधित सरपंचों को नोटिस जारी किए जाएंगे।

बॉक्स:: जिले के सभी गांवों व शहरी निकायों में प्रशासक राज

उल्लेखनीय है कि जिले की दोनों नगर परिषद डबवाली व सिरसा में प्रशासक कार्यभार देख रहे हैं जबकि तीनों नगर पालिकाओं रानियां, एेलनाबाद व कालांवाली में भी चुने गए सदस्यों को कार्यकाल पूरा होने से प्रशासक ही व्यवस्थाएं देख रहे हैं। कालांवाली नगर पालिका के 13 वार्डों के जनप्रतिनिधियों को कार्यकाल 18 जून को पूरा हो चुका है। जिसके बाद एसडीएम डबवाली सुरेश कस्वां को बतौर प्रशासक नियुक्ति दी जा चुकी है।

बॉक्स :: चुनावों की सुगबुगाहट, तारीख तय नहीं

शहरों के बाद गांवों में जनप्रतिनिधियों की जगह प्रशासक नियुक्त हो जाने से आमजन में चुनावों को लेकर सुगबुगाहट चल रही है। हालांकि सरकार की ओर से अभी न तो शहरों में चुनाव के लिए कोई कार्यक्रम बनाया गया है और न ही पंचातयों के लिए। जिससे अभी पंचायतों की वोटर सूची तैयार की जा चुकी है जबकि नगर परिषद व नगर पालिकाओं की वोटर सूची अंतिम चरण में है। जो आगामी 8 अगस्त को फाइनल प्रिंट की जाएगी। इसके बाद ही पंचायत या शहरी निकाय के लिए चुनाव प्रोग्राम बनने के कयास लगाए जा रहे हैं।

Sunday 19 July 2015

साथ मिलेगा थ्रीवे ओवर ब्रिज भी 3 साल से अटके प्रोजेक्ट पर ढाई साल में काम होगा पूरा, सीएम की मौजूदगी में केंद्रीय मंत्री करेंगे सिरसा में शिलान्यास

पूर्ण धनेरवा। डबवाली

शहरवासियों को सिरसा में आ रहे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सीएम मनोहर लाल खट्टर के आगमन का सीधा लाभ मिलने वाला है। सिरसावासियाें को फोरलेन हाइवे की सौगात मिलेगी वहीं डबवाली शहर के लाेगों को गोल चौक पर फोरलेन के उपर से थ्रीवे ब्रिज भी मिलेगा। करीब 3 साल से अटके इस प्रोजेक्ट को एनएचएआई ने हिसार- डबवाली फोरलेन में शामिल किया हुआ है। जिससे ढाई साल में रोड के साथ ही करोड़ों के रुपये के इस थ्री लेन ब्रिज का काम पूरा होगा।

        शहर से वाया हिसार पंजाब को दिल्ली से जोड़ने वाले नेशनल हाइवे नंबर 9 को फोरलेन किया जा रहा है। जिससे देश की राजधानी को प्रदेश के अलावा पंजाब को जोड़ने वाले फोरलेन का ट्रेफिक निर्बाध रूप से चलाने के लिए एनएचएआई ने डबवाली में एनएच 10 व एनएच 54 के क्रॉसिंग पर थ्री वे ब्रिज बनाने का प्रोजेक्ट बनाया है। जिसके लिए फोरलेन के टैंडर में प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी है और हाइवे के काम शुरू होने के बाद ब्रिज का काम शुरू हाे जाएगा। ब्रिज से चौटाला रोड के वाहनों को सीधे पंजाब की ओर बठिंडा रोड पर उतारा जाएगा। इसके लिए सरकार की ओर से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। थ्री वे ब्रिज बनने से शहर को आधुनिक लुक मिलने के साथ वाहन चालकों को निर्बाध क्रॉसिंग की ट्रेफिक सुविधा का लाभ मिलेगा।

20 जुलाई को होगा शिलान्यास

प्रदेश में फोरलेन हो रहे हाइवे के लिए रोहतक से  हिसार तक कार्य पूर्ण होने को है जबकि इससे आगे डबवाली तक कुल 1600 करोड़ रुपये में 60 मीटर चौड़ा अत्याधुनिक  फोरलेन बनाने का कार्य होगा। इसके लिए भी 578 लेन किलोमीरट के दो पैकेज में कुल 1197 करोड़ रुपये के टेंडर हो चुके हैं। अलग अलग दो हिस्सों में कराए गए टेंडर जीआर इन्फ्राटेक लिमिटेड के नाम जारी हुए हैं। जिनके लिए वर्क अॉर्डर प्रोसेस में है। आगामी 20 जुलाई को सिरसा में आ रहे केंद्रीय रोड एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी, प्रदेश के  सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में इसका शिलान्यास रखेंगे। जिसके बाद हिसार से सिरसा के बीच काम शुरू होगा और बाद में सिरसा से डबवाली तक कार्य पूरा होगा। एनएचएआई यानी नेशनल हाइवे ऑर्थोरिटी ऑफ इंडिया की ओर से दिए गए टेंडर के तहत निर्माण कंपंनी को कार्य पूरा करने के लिए ढाई वर्ष का समय दिया गया है। इससे वर्ष 2018 की पहली तिमाही में वाहन चालकों को फोरलेन की सुविधा मिलेगी।

60 मीटर चोड़ा हो हाइवे

डबवाली से हिसार तक बनने वाले फोरलेन हाइवे 60 मीटर चोड़ा बनेगा। इसके बीच में करीब 5 मीटर का डिवाइडर बनेगा। जिससे एक ओर वाहनों के आने और दूसरे ओर जाने की डबल लेन होगी। हाइवे में आवश्यकतानुसार कट की सुविधा मिलेगी जबकि शहरों में ब्रिज और रेड लाइट की सुविधा भी लागू होगी। उल्लेखनीय है कि अभी हाइवे डबल लेन बना हुआ है। जिसे अब दोहरा कर दिया जाएगा। हाइवे बनने से सिरसा, हिसार व रोहतक सहित दिल्ली जाने वाले वाहनों के आवागमन का 20 प्रतिशत से अधिक समय बचेगा।

बॉक्स :: 3 साल पहले बनी थी योजना

करीब एक वर्ष पहले स्टेट रोड से नेशनल हाइवे में शामिल किए गए चौटाला रोड पर 3 वर्ष पहले गोल चौक के उपर से ब्रिज बनाने की योजना तैयार की गई थी। जिसे बाद में नेशनल हाइवे के फोरलेन प्रोजेक्ट के साथ अटैच कर दिया गया। अब इस ब्रिज को थ्री लेन बनाए जाने की योजना के साथ एनएचएआई ने हिसार डबवाली फोरलेन के सेकंड टेंडर में इसे शामिल कर प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिससे ढाई साल की समयसीमा में पूरे होने वाले एनएचएआई के फोरलेन प्रोजेक्ट के साथ ही चोटाला हाइवे पर थ्रीलेन ब्रिज की सौगात शहरवासियों को मिलेगी।

 वर्जन : 

हिसार से डबवाली फोरलेन के प्रोजेक्ट में ही डबवाली शहर में बनने वाले थ्री-वे ब्रिज की योजना को शामिल कर दिया है। ढाई साल में इसका कार्य पूरा होना है ताकि फोरलेन के ट्रेफिक को क्राॅसिंग का व्यावधान न हो। पूरे प्रोजेक्ट की कार्य शुरुआत तिथि शिलान्यास के बाद तय कर दी जाएगी। अभी वर्क स्टार्टिंग टाइम शुरू नहीं किया गया है।

विमल कुमार जैन, पीडी, एनएचएआई, हिसार

Friday 10 July 2015

आविष्कार प्रश्नोत्तरी  में 206 विद्यार्थियों ने भाग लिया
मंडी डबवाली -

डबवाली के शेरगढ़ में स्तिथ एचपीएस सीनियर सैकण्डरी स्कूल में सीबीएसई के निर्देशानुसार आविष्कार प्रश्नोत्तरी श्रृंख्ला का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम कक्षा से बाहरवीं कक्षा तक के कुल 206 विद्यार्थियों ने भाग लिया। गौरतलब है कि सीबीएसई द्वारा इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में गणित तथा विज्ञान एवं तकनीकि शिक्षा में रूचि पैदा करना है। प्रतियागिता के दो चरण निर्धारित किए गए हैं। प्रथम चरण में विद्यालय स्तर पर पहली से पांचवी, छटी से आठवीं तथा नौवीं से बाहरवीं तक के तीन वर्गों में से प्रथम दो स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सीबीएसई बोर्ड द्वारा 23 जुलाई को ऑन लाईन क्विज में भाग लेना होगा और प्रत्येक वर्ग के श्रेष्ठ 10-10 विजेताओं को 2500-2500 रूपये के नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
एचपीएस की ओर से प्रथम वर्ग पहली से पांचवीं तक के विद्यार्थियों में पांचवी कक्षा की शबनवप्रीत तथा गौरव कुमार, द्वितीय वर्ग में छटी से आठवीं तक के विद्यार्थियों में आठवीं की स्नेहा वर्मा तथा छटी कक्षा का छात्र तृप्त सचदेवा तथा तृतीय वर्ग नौवीं से बाहरवीं कक्षा के विद्यार्थियों में ग्याहरवीं कक्षा का हार्तिक गांधी तथा बाहरवीं का कर्ण गुप्ता विद्यालय का नेतृत्व करेंगे।
डबवाली में बहुचर्चित रहे विद्यालय में पहले से ही अपनी वैब साइट क्रैकएचपीएस डॉट इन के माध्यम से विद्यार्थियों को पिछले सत्र से ही प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रतियोगिता के आयोजन में पीजीटी कैमिस्ट्री ज्योति वर्मा, पीजीटी फिजिक्स बबिता शर्मा, पीजीटी ब्यॉलोजी अरूण सिंगला, पीजीटी मैथ नवजोत कौर, दिलबाग सचदेवा, नेहा रानी, पीजीटी इंग्लिश रमनदीप कौर तथा टीजीटी सांईस किरणजीत कौर, लता मिश्रा, जितेंद्र कुमार तथा आईटी प्रमुख राजन रानी ने प्रमुखता से सवाल-जवाब का क्रम आयोजित किया तथा दैनिक जीवन से सम्बन्धित प्रश्नों की श्रृंख्ला तैयार की।
इस अवसर पर विद्यालय निदेशक एवं प्रिंसीपल आचार्य रमेश सचदेवा ने कहा कि विज्ञान व गणित का दैनिक जीवन में प्रयोग तो हम सब करते ही हैं परन्तु उसकी वास्तविक जानकारी होने पर यह न केवल लाभदायक सिद्ध होती है अपितु शिक्षा को भी रोचक बनाती है।